परिजन बोले- नहीं बताई बीमारी चलता रहा इलाज, 10 माह की थी विवाहिता

झांसी। जिले के थाना व कस्बा पूंछ में उस समय अफरातफरी मच गई जब झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर इलाज के दौरान एक युवती ने दम तोड़ दिया। मृतका की शादी 10 माह पहले हुई थी और दो दिन पहले वह बीमार हुई थी।

जिले के थाना व कस्बा पूंछ के तालाब मोहल्ला निवासी लगभग 23 बर्षीय डोली पत्नी आनंद गोस्वामी की खुशियों में उस समय ग्रहण लग गया जब दो दिन पहले ही डोली बीमार पड़ गई थी।जिसने पूंछ कस्बा के एक डॉक्टर की प्राइवेट क्लीनिक पर जाकर अपना उपचार कराया था। उसी उपचार की दवाई भी चल रही थी लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। गुरुवार की दोपहर एक बार फिर आनंद अपनी पत्नी डोली को लेकर उसी डॉक्टर के यहां जा पहुंचा। जहां डॉक्टर ने अपनी क्लीनिक पर महिला को भर्ती करके, उसका ब्लड सैम्पल निकाल कर पति को जांच के लिए समथर नगर भेज दिया। जहां पति उपचार के लिए ब्लड का सैंपल लेकर जांच करा रहा था। यहां क्लीनिक पर पत्नी की हालात और अधिक बिगड़ गई तथा वह अचेत होकर डॉक्टर की क्लीनिक पर ही गिर कर बेहोश हो गई। इसकी सूचना मिलते ही पति और परिजन संबंधित डॉक्टर की क्लीनिक पर पहुंच गये।

युवती की बिगड़ी हालत को देख डॉक्टर के हाथ पैर फूल गए और तत्काल उसे अन्य किसी अस्पताल में जाने के लिए कह दिया। अचेत अवस्था में पति और परिजन महिला को लेकर सीएचसी मोंठ पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने परीक्षण उपरांत मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनते ही पति तथा परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर कानूनी कार्रवाई की।

11 माह पहले हुई थी सम्मेलन से शादी 

पति आनंद गोस्वामी ने बताया कि उसकी शादी डोली से 11 दिसंबर 2022 को ही जालौन के एक सम्मेलन से हुई थी अभी शादी के 1 वर्ष भी नहीं हुआ था और उससे पहले ही पत्नी की मौत हो जाने से परिजनों का रो – रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि वह तीन भाई है। सबसे बड़े रामेश्वर गोस्वामी जिनकी शादी हो चुकी है ,उससे छोटा टिंकू गोस्वामी जिसकी शादी अभी नहीं हुई है। सबसे छोटा वह है जिसकी शादी 11 दिसंबर 2022 को ही जालौन जिले के एक सम्मेलन से हुई थी। शादी के 1 वर्ष ही अभी पूरे नहीं हुए थे और आज उनके सामने ही पत्नी की मौत हो गई। मृतका का मायका मध्य प्रदेश के रावतपुर थाना के अंतर्गत ग्राम टोला में है, जिसका पूरा परिवार मुंबई में पानी पुरी बेचने का काम करता है। मायका के लोगों को भी मौत की खबर दे दी गई है।

झोलाछाप डॉक्टर रफूचक्कर 
सीएचसी में जैसे ही महिला की मौत की खबर पूंछ के निजी क्लीनिक चला रहे झोलाछाप डॉक्टर को लगी तो वह क्लीनिक बंद करके रफूचक्कर हो गया। इस घटना को लेकर परिजनों तथा ग्रामवासियों में डॉक्टर के खिलाफ काफी रोस व्याप्त है।

परिजन बोले- डॉक्टर ने नहीं बताई बीमारी और करता रहा इलाज

परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि महिला को क्या बीमारी है, डॉक्टर के द्वारा उन्हें नहीं बताया गया। बिना बताए वह डॉक्टर उसका उपचार करता रहा। महिला को अपनी क्लीनिक में भर्ती करने के बाद रेफर भी नहीं किया और उल्टा 20 किलोमीटर दूर समथर नगर जांच करने के लिए उसे भेज दिया। यदि समय से सीएचसी मोंठ या झांसी रेफर कर दिया जाता तो शायद आज उनके बीच में डोली जिंदा होती।

अधीक्षक बोले झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही होगी

इस मामले में मीडिया को सीएचसी अधीक्षक डॉ माता प्रसाद ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच गंभीरता से कराई जाएगी तथा ब्लॉक क्षेत्र में जगह-जगह चल रही झोला छाप डॉक्टरों की दुकानों पर कार्रवाई शुरू की जाएगी। ऐसे डॉक्टरों को बक्सा नहीं जाएगा जो बिना अधिकृत चिकित्सा डिग्रियों के मरीज के क्लीनिक संचालित कर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।