डिटेक्टिव विंग झांसी व आरपीएफ पोस्ट झांसी को मिली सफलता, म. प्र. पुलिस को सुपुर्द किया

झांसी। 18 अक्टूबर को जरिये मोवाईल फोन के माध्यम से प्र0आ0 कोमल अरजरिया थाना जैतहरी जिला अनूपपुर (म0प्र0) से निरीक्षक डिटेक्टिव विंग आरपीएफ झांसी एस0एन0 पाटीदार को सूचना प्राप्त हुई कि कोई अज्ञात व्यक्ति आकांक्षा राठौर पिता समयलाल राठौर उम्र 14 साल निवासी बस्ती जैतहरी को बहला फुसलाकर अपहरण कर ट्रेन क्रमांक 02181 जबलपुर निजमुद्रदीन एक्सप्रेस से दिल्ली ले जा रहा है । उक्त सूचना पर निरीक्षक डिटेक्टिव विंग एस0एन0 पाटीदार हमराह सउनि0 बी0एस0राजपूत, आर0 दीपक कुमार तथा रेसुव0 पोस्ट झांसी स्टेशन के सउनि0 शशीभूषण मिश्रा , आर0 राघवेन्द्र सिंह , मआर0 अनुपम गौतम ट्रेन 02181 जो 22.40 बजे झांसी स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 04 पर आई। उक्त ट्रेन की वोगी क्रमांक एस-3 की सीट नंबर 26, 27 को चेक किया गया तो एक लड़का और एक लड़की उपरोक्त सीट पर मौजूद मिले जिनसे नाम व पता पूछा गया तो उन्होंने अपना नाम कोमल राठौर पिता धनीराम उर्फ पप्पू राठौर उम्र्र 22 साल निवासी भेलमा थाना जैतहरी जिला अनूपपुर व लड़की ने अपना नाम आकांक्षा राठौर पुत्री समय लाल राठौर उम्र 14 साल निवासी जैतहरी बताया जिनको प्राप्त सुचना व फोटो से मिलान किया गया जो सही पाया गया। बाद में उपरोक्त लड़का व नावालिक लड़की को समझायश देकर ट्रेन से उतारकर रेल सुरक्षा बल पोस्ट झांसी स्टेशन पर लाया गया जिसकी सूचना निरी0 एस0एन0पाटीदार द्वारा थाना जैतहरी के निरी0 के0के0 त्रिपाठी को दिया गया ।
बाद उक्त नाबालिग लड़की के संबध में रेलवे चाइल्ड लाइन 1098 पर संपर्क कर किया गया तो रेलवे चाइल्ड लाइन से विलाल उल्हक एवं राखी यादव आयेे। उक्त नाबालिग लड़की को अग्रिम कार्यवाही सुपुर्द किया गया।
इस सूचना के तहत थाना जैतहरी जिला अनूपपुर म0प्र0 से प्रआर0 कोमल अरजरिया, म0आर0 विभा तिवारी तथा लड़की का मामा व भाई 19 अक्टूबर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट झांसी स्टेशन पर उपस्थित हुये जिन्होने लड़की आकाांक्षा को अपनी भांजी के रूप पहचान बताई । उपरोक्त आकांक्षा राठौर की गुमशुदगी के संबध में थाना जैतहरी में गुम इंसान क्रमांक 36/2020 एवं अपराध क्रमांक 271/2020 धारा 363 भादवि0(अपहरण) का पंजीबद्व की रिपोर्ट प्रआर0 75 कोमल अरजरिया द्वारा दी गई है । जिनको निरीक्षक डिटेक्टिव विंग एस0एन0पाटीदार द्वारा उक्त अपहरित बालिका आकांक्षा राठौर एवं अपहरण कर्ता कोमल राठौर को सुपुर्दगी में दिया गया।