आरपीएफ डिटेक्टिव विंग नेे पकड़ा गोरखधंधा,  114887 रुपए 67 टिकट बरामद

झांसी। रे0सु0ब0 डिटेक्टिव विंग झांसी द्वारा एक व्यक्ति को तत्काल रेलवे टिकिट बनाने में अनधिकृत रूप से 4 प्रतिबंधित साफ्टवेयर के प्रयोग करने के आरोप में 37 पर्सनल यूजर आई0डी0 मय भविष्य की यात्रा के 09 टिकिट कीमत रु. 13649/- के साथ गिरफ्तार कर लिया।
प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त रे0सु0ब0/उ0म0रे0/प्रयागराज व मण्डल सुरक्षा आयुक्त रे0सु0ब0/उ0म0रे0/झांसी के निर्देशन में मुख्यालय से प्राप्त प्रतिबंधित साफ्टवेयर से संबंधित संद्धिग्ध मोबाइल नंबर की जाॅच पडताल हेतु 08 नवंबर को निरीक्षक डिटेक्टिव विंग झांसी एस0एन0 पाटीदार के नेतृत्व में उ0नि0 हरिओम सिकरवार रे0सु0ब0 पोस्ट भिण्ड, डिटेक्टिव विंग झांसी आ0 दीपक कुमार, आ0 अरुण सिंह राठौर व रे0सु0ब0 पोस्ट बाॅदा उ0नि0 के0के0 पाण्डेय, आ0 सरफराज के साथ करतल रोड नरैनी पास स्थित दुकान से एक व्यक्ति संदीप कुमार 35 वर्ष जाति सोनी नरैनी जिला बाॅदा उ0प्र0 को 37 पर्सनल यूजर आईडियों पर रेल यात्रा टिकिट बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया। प्रतिबंधित साफ्टवेयर के संबंध में आरोपी ने पूछताछ के दौरान बताया गया कि इसके साथ-साथ वह कुल 4 अलग-अलग रेलवे टिकिट बनाने में प्रतिबंधित साफ्टवेयर का उपयोग करता है जिसे उसने गुजरात में रहने वाले किसी अनजान व्यक्ति से खरीदा था। आरोपी के पास से भविष्य की यात्रा के 09 टिकिट मूल्य रु 13649/-, पूर्व की यात्रा के 58 टिकिट मूल्य रु. 101238/- कुल टिकिट 67 व मूल्य 114887/- बरामद हुए। जांच पड़ताल में पता चला कि साफ्टवेयर उपयोगकर्ता एक चालाक व्यक्ति है जो कोविड-19 में कम ट्रेनों के संचालन पर प्रति व्यक्ति रु. 1000/- से 1500/- अधिक लेकर बड़े पैमाने पर अवैध साफ्टवेयर की मदद् से अधिक से अधिक लाभ कमाने के लिये 37 पर्सनल यूजर आईडियों पर टिकिट बनाकर बेचता है। उक्त आरोपी के विरुद्ध रे0सु0ब0 पोस्ट बाॅदा पर धारा 143 रेलवे एक्ट में प्रकरण पंजीकृत किया गया।