– महाप्रबंधक द्वारा उमरे पर संरक्षा , गति बढ़ाने, आय, माल लदान और अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा 

– कोहरे की तैयारी से संबंधित कार्यों की सख्त निगरानी पर बल

प्रयागराज / झांसी। महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों और प्रयागराज, झांसी व आगरा के मंडल रेल प्रबंधकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर मध्य रेलवे पर संरक्षा विशेष रूप से कोहरे की तैयारी, गति बढ़ाने के काम, आय और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की स्थिति की समीक्षा की।
प्रारम्भ में महाप्रबंधक ने प्रयागराज मंडल में नव नियुक्त एडीआरएम अमित मिश्रा व अतुल गुप्ता को बधाई देते हुये कहा कि यह एक रिले दौड़ है और वर्तमान अधिकारियों द्वारा किए गए अच्छे कार्यों को आने वाले अधिकारियों द्वारा जारी रखा जाना चाहिए। संरक्षा के मुद्दों पर चर्चा करते हुए महाप्रबंधक ने आने वाले कोहरे के मौसम के लिए पहले से तैयारी पूरी करने पर बल दिया। उन्होंने कहा, फाग सेफ डिवाईस संरक्षित संचालन सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है और ऐसे सभी डिवाईस को नवीनतम सिग्नल और गेट स्थानों के अनुसार अपडेट करें, कोहरे के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों से सम्बंधित एक बहुविकल्पी प्रश्न बैंक को ज्ञान को ताज़ा करने के लिए चालक दल लॉबी में प्रदान करें और पायलट से हर साइन-इन के पहले कुछ प्रश्न पूछे जाऐं। नवीनतम स्टॉप सिग्नल स्थानों के अनुसार ओएचई मास्टों पर सिग्मा बोर्ड के समयबद्ध प्रावधान, बूम पर रेट्रो-रिफ्लेक्टिव पेंटिंग और लेवल क्रासिंग गेटों पर स्टॉप बोर्ड का प्रावधान, लेवल क्रासिंग गेटों के स्पीड ब्रेकरों की पेंटिंग, उपयुक्त स्टाफ द्वारा ट्रैक और ओएचई के रात्रि के दौरान गश्त, अतिरिक्त बैटरी सहित वाकी-टॉकीज की समुचित व्यवस्था, विशेष रूप से रनिंग स्टाफ के लिये  कैब के हीटरों की जांच करना और सभी लोकोमोटिव में कैब की खिड़कियों व दरवाजों को सील करना, सभी वातानुकूलित लोको में वेन रिले व थर्मो स्टेट की स्थिती की जांच, कोचिंग ट्रेनों के सभी एसएलआर में टेल लैम्प्स की उपलब्धता आदि कोहरे और विंटर सेफ्टी से संबंधित चल रही तैयारियाँ के अंतर्गत आते हैं।
श्री चौधरी ने बेहतर माल लदान प्रदर्शन के लिए टीम एनसीआर के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हमें इन प्रयासों को जारी रखने की जरूरत है और नई ट्रफिक स्ट्रीम प्राप्त करने के लिये प्रयास किया जाना चाहिए। बैठक के दौरान भूमि से आय के सम्बंध में भी चर्चा हुई। महाप्रबंधक ने निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सक्रिय प्रयास के निर्देश दिए। नई दिल्ली-हावड़ा सहित कानपुर-लखनऊ सेक्शन और नई दिल्ली-मुंबई सेक्शन में 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड बढ़ाने के कार्यों सहित अवसंरचनात्मक कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की गई।