झांसी। बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय, महासचिव अशोक सक्सेना, प्रवक्ता रघुराज शर्मा एवं समाज सेवी राजेन्द्र शर्मा ने कैंसर विभाग मेडिकल कॉलेज जाकर विभाग से हटा दी गई कोबाल्ट मशीन के बारे में जानकारी ली। प्रतिनिधि मण्डल ने कैंसर विभाग में उक्त स्थान को देखा जहाॅ से मशीन हटाई गई है। वहां उपस्थित लोगों से मशीन के बारे में जानकारी ली तो ज्ञात हुआ कि उक्त मशीन सीटी स्केन मशीन से भी बडे आकार की थी, जिसे क्रेन की मदद से उठाया जा सकता था एवं बड़े कन्टेनर में रखकर उसको भेजा जा सकता था। साथ ही जो सोर्स इसमें लगा होता हैं उसको लैड (सीसा) से कवर कर सुरक्षित भेजे जाने की व्यवस्था होती है। ऐसे में शीर्ष अधिकारियों की जानकारी के बिना उक्त मशीन कैसे हटाई जा सकती हैं। इस मामले में  जिलाधिकारी को पत्र सौप कर मांग की की बुन्देलखण्ड में 2005 से कैंसर के मरीजों का इलाज कोबाल्ट मशीन के द्वारा किया जाता था। कैंसर विभाग में सिकाई के लिये लगी हुई कोवाल्ट मशीन से बडी संख्या में लोग लाभान्वित हो रहे थे। वर्ष 2016 तक कोबाल्ट मशीन को चलाये जानें के लिये पत्र कैंसर विभाग मेडिकल काॅलेज झाॅसी से पत्र लिखा गया। कभी फिजिसियस्ट, टैक्निशियन एवं कर्मचारियों की कमी दिखाकर मशीन को सुचारू रूप से नही चलाया जा रहा था।

मोर्चा नेताओं के अुनसार कोबाल्ट मशीन में मात्र एक पुर्जा जिसको सोर्स कहा जाता हैं वह समयावधि पूर्ण कर चुका था, जिसके अभाव में सिकाई का कार्य नही किया जा रहा था। सोर्स को बदलने की जगह जानबूझ कर पूरी मशीन को उठवा दिया गया। उन्होंने मशीन के गायब किए जाने की उच्च स्तरीय जाॅच यथाशीघ्र कराई जाने की मांग की। जांच के लिए बनाई जाने वाली जाॅच कमेटी में मेडिकल काॅलेज के कैंसर विभाग के कम से कम दो डाॅक्टर, टैक्नीशियन, फिजिशियस्ट एवं एक मजिस्ट्रेट को रखने एंव जाॅच समयबद्व कराई जाने की अपेक्षा की गई।
समयबद्व उच्च स्तरीय जाॅच नही कराये जाने पर बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा आमरण अनशन करने की चेतावनी दी गई।