अभाविप के 66 वें राष्ट्रीय अधिवेशन नई शिक्षा निति, राष्ट्रीयता, आत्मनिर्भर भारत, महिला सुरक्षा आदि पारित प्रस्तावों की दी जानकारी
झांसी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् द्वारा स्वामी विवेकानंद की जयंती पर झाँसी महानगर में तीन दिवसीय कार्यक्रमों की श्रंखला के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। विभाग संगठन मंत्री अजय यादव ने बताया की स्वामी विवेकानंद का जीवन साधारण नहीं था, उनका व्यक्तित्व सभी युवाओं को प्रेरणा देता है. उनके विचार युवाओं को राह दिखाते हैं. विद्यार्थीयों को स्वामी विवेकानंद के आदर्श को अपने जीवन में उतारना चाहिए। झाँसी महानगर जिला संयोजक अर्चित सोनी ने बताया की स्वामी जी की जयंती की पूर्व संध्या पर 11 जनवरी 2021 को स्वामी जी की विभिन्न प्रतिमाओं के साथ ही प्रतिमा स्थल पर स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में 11:30 बजे से स्वामी जी के विचारों पर केन्द्रित शोभा यात्रा निकाली जाएगी. जिसका समापन विश्वविद्यालय परिसर में स्थित स्वामी जी के प्रतिमा स्थल पर होगा। इसके साथ ही 12 जनवरी को राष्ट्रीय कला मंच द्वारा रंगोली, पेंटिंग आदि प्रतियोगिताएं कराई जायंगीी। झाँसी महानगर के लगभग 43 विभिन्न कैंपस में स्वामी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवम उनके विचारों से सम्बंधित कार्यक्रम आयोजित होंगे। 13 जनवरी को बिपिन बिहारी कॉलेज में संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य एवं बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के अध्यक्ष समरेन्द्र प्रताप ने बताया की अभाविप के 66 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में चार प्रस्ताव विचारार्थ प्रस्तुत किये गए. इसमें प्रथम प्रस्ताव में राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 का स्वागत किया गया है। केन्द्र सरकार द्वारा भारतीय विचार केन्द्रित तथा वर्तमान समय की मांग के अनुरूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाने हेतु नीति-नियंताओं का अभिनंदन करते हुए एनईपी 2020 के शीघ्र पूर्ण क्रियान्वयन की मांग की है। साथ ही इस प्रस्ताव के अंतर्गत विभिन्न पिछड़े तथा कमजोर वर्गों के लिए शिक्षा क्षेत्र में विशेष छूट, भारत केन्द्रित पाठ्यक्रमों के निर्माण, शोध हेतु बजट बढ़ाने तथा शिक्षा क्षेत्र के लिए 6% बजट आवंटन, शिक्षकों के प्रशिक्षण,आय तथा प्रोन्नति पर ध्यान तथा सभी वर्गों के लिए सुलभ शिक्षा व्यवस्था आदि सुनिश्चित करने की मांग की गई है। दूसरे प्रस्ताव के अंतर्गत भारतीय व्यवस्था के भीतर आए विभिन्न सकारात्मक परिवर्तनों जैसे राम मंदिर निर्माण शुरू होने, नागरिकता संशोधन कानून, विभिन्न मोर्चों पर शत्रुओं की सेना पर भारतीय सेना के भारी पड़ने तथा जलवायु संरक्षण के मोर्चे पर तय लक्ष्य से अधिक सफलता प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ने हेतु भारत सरकार के प्रयासों तथा उपलब्धियों का अभाविप ने स्वागत किया है तथा देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए लगातार चुनौती बनने के प्रयास में जुटी अलगाववादी तथा विभाजनकारी ताकतों की निंदा की है। ‘आत्मनिर्भरता से समृद्धि की ओर अग्रसर भारत’ शीर्षक तृतीय प्रस्ताव के अंतर्गत अभाविप ने स्वास्थ्य क्षेत्र में आधारभूत संरचना निर्माण, लघु एवं सूक्ष्म उद्यमों को लेकर चल रहे सकारात्मक प्रयासों के प्रति संतोष व्यक्त करते हुए केन्द्र तथा राज्य सरकारों से कृषि,वन, लघु एवं कुटीर उद्योगों का स्थानीयकरण करने की मांग उठाई है, जिससे शहरी क्षेत्रों पर निर्भरता तथा ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन संबंधी समस्याओं का अंत हो सके। अभाविप ने अपने अंतिम प्रस्ताव जिसका शीर्षक ‘विशिष्ट संस्कृति व‌ जीवन पद्धति के द्वारा कोरोना महामारी से विजय पाता भारत’ है, के अंतर्गत केन्द्रीय तथा राज्य सरकारों द्वारा कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों की सराहना करते हुए चिकित्सकों , मीडिया कर्मियों , पुलिसकर्मियों तथा सफाई कर्मचारियों जैसे फ्रंटलाइन वर्कर्स के प्रति साधुवाद प्रगट किया है। संगठनात्मक घोषणा में प्रो. छगन भाई पटेल को राष्ट्रीय अध्यक्ष , निधि त्रिपाठी को राष्ट्रीय महामंत्री एवं कानपुर प्रान्त से नरेंद्र यादव, ज्योति लुधियानी , तान्या मिश्रा और समरेंद्र प्रताप को राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य घोषित किया गया।