जीएम द्वारा उमरे में संरक्षा, माल लदान, राजस्व अर्जन, व्यय नियंत्रण, प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, मानव संसाधन प्रबंधन और दक्षता बढ़ाने के प्रयासों की समीक्षा

प्रयागराज/झांसी/आगरा। महाप्रबंधक उत्तर मध्य व पूर्वोत्तर रेलवे विनय कुमार त्रिपाठी ने अपर महाप्रबंधक , प्रमुख विभागाध्यक्षों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संरक्षा, माल लदान, राजस्व अर्जन, व्यय नियंत्रण, प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, मानव संसाधन प्रबंधन और दक्षता बढ़ाने के प्रयासों की प्रगति की स्थिति की समीक्षा की। इस अवसर पर प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक एवं शाखाधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
उत्तर मध्य रेलवे में लेवल क्रॉसिंग पर संरक्षा के दृष्टिगत, वर्ष 2020-21 में अब तक 35 लेवल क्रॉसिंग को समाप्त तथा 07 लेवल क्रॉसिंग को इंटरलॉक किया गया है। इसके साथ ही 35 रोड अंडर ब्रिज और 03 रोड ओवर ब्रिज का निर्माण भी किया गया है। कोहरे के दौरान संरक्षायुक्त संचालन के लिए, 2000 से अधिक फॉगसेफ उपकरण विभिन्न चालक दल के लॉबियों में उपलब्ध कराए गए हैं और इस संबंध में मंडलों ने यह पुष्टि की कि उत्तर मध्य रेलवे में सभी ट्रेनों में फॉगसेफ उपकरण उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में रेल कर्मचारियों के मध्य संरक्षा जागरूकता के लिए 08 संरक्षा अभियान चलाए गए हैं। यात्री डिब्बों में आग और धुएं के मामलों का शुरुआती स्टेज पर ही पता लगाने के लिए उत्तर मध्य रेलवे के 64 कोचों में फायर एवं स्मोक डिटेक्शन प्रणाली लगाई गई है। महाप्रबंधक ने निर्देश दिया कि अनुरक्षण के दौरान इन प्रणालियों की जाँच की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए।
वर्ष 2020-21 में उत्तर मध्य रेलवे ने 91.39% की समय पालनता के साथ पिछले वर्ष की तुलना में 60% से अधिक सुधार हासिल किया है। समय पालनता की समीक्षा करते हुए, महाप्रबंधक ने निर्देश दिया कि सभी डेटा कैप्चरिंग स्वचालित होनी चाहिए और शेष सभी बचे स्टेशनों पर पर डेटा लॉगर के प्रावधान के निर्देश दिए।
लोडिंग और राजस्व के मोर्चे पर, उत्तर मध्य रेलवे ने पिछले साल की तुलना में माल लदान और माल लदान राजस्व की प्राप्ति में सकारात्मक बढ़ोत्तरी की है । इसके अतिरिक्त चालू वित्त वर्ष में विविध स्रोतों तथा स्क्रैप की बिक्री से क्रमशः रु० 29.18 करोड़ और रु० 169.41 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया है । महाप्रबंधक ने विशेष रूप से निर्देश दिया कि रु० 210 करोड़ के स्क्रैप बिक्री लक्ष्य को हासिल किया जाए और सभी संबंधित विभागों को समग्र प्रयास करने का निर्देश दिया । श्री त्रिपाठी ने यह भी निर्देशित किया कि राजस्व को अधिकतम करने के अलावा, व्यय नियंत्रण के लिए ध्यान दिया जाना चाहिए और रेलवे के संचालन और रखरखाव में खर्च के हर मद का गहनता से विश्लेषण किया जाए। रेल लाइनों के दोहरीकारण , आमान परिवर्तन, फ्लाईओवर का निर्माण, विद्युतीकरण आदि से संबंधित प्रमुख बुनियादी ढांचे के कार्यों की भी समीक्षा की गई। महाप्रबंधक ने यह भी निर्देशित किया कि निर्धारित लक्ष्य के अनुसार सभी क्षमता और गतिशीलता वृद्धि के कार्यों को पूरा किया जाए।
इस दौरान मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (HRMS) के कार्यान्वयन की भी समीक्षा की गई। उत्तर मध्य रेलवे के कुल 64668 कर्मचारियों में से 60362 पहले से ही मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (HRMS) पर पंजीकृत किए जा चुके हैं और इस ऑनलाइन प्रणाली का उपयोग करते हुए 8500 से अधिक कर्मचारियों ई-पास पहले ही जारी किए जा चुके हैं। जीएम श्री वी० के० त्रिपाठी ने कहा कि एचआरएमएस के सभी मॉड्यूलों को सेवारत के साथ-साथ सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए प्राथमिकता पर कार्यात्मक बनाया जाना चाहिए।