नोटरी अधिवक्ताओं ने आम जनमानस से की अपील, अवैधानिक रूप से किये जा रहे कार्यों पर जताया रोष

झांसी। नोटरी अधिवक्ता कमेटी के तत्वावधान में जिले के नोटरी अधिवक्ताओं की बैठक कलैक्ट्रेट स्थित शंकर सहाय सभागार में सम्पन्न हुयी। जिसमें उपस्थित नोटरी अधिवक्ताओं ने कचहरी में टाइपिस्टों, स्टाम्प बैडरों व विभिन्न विभागों में सक्रिय दलालों द्वारा गुमराह कर अवैधानिक रूप से बिना नोटरी रजिस्टर में हस्ताक्षर कराए शपथपत्र/दस्तावेज थमाये जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया। विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार विमर्श उपरांत बैठक में दिए गए सुझावों के आधार पर निगरानी समिति के गठन एवं निर्धारित शुल्क लिए जाने पर सहमति व्यक्त की गयी । निगरानी समिति शासन से निर्धारित शुल्क लिये जाने व अवैधानिक रूप से सत्यापन की निगरानी करेगी। बैठक में लिये गये निर्णय के विपरीत नोटरी कार्य करने वाले अधिवक्ताओं के विरूद्ध हर स्तर पर कार्यवाही की व करायी जायेगी। कचहरी परिसर में बिना पंजीकरण मौजूद टाइपिस्टों व दलालों के विरूद्व जिला अधिवक्ता संघ से कार्यवाही कराये जाने का भी निर्णय लिया गया है। निर्धारित शुल्क की सूची भी नोटरी अधिवक्ताओं को नोटरी एक्ट के अनुसार अपने चैम्बर पर चस्पा करनी होगी। वक्ताओं ने आम जनमानस से भी टाइपिस्टों व दलालों से सावधान रहते हुए सीधे नोटरी अधिवक्ता के सम्मुख उपस्थित होकर शपथपत्र व अन्य दस्तावेज आदि सत्यापन कराने की अपील भी की।मीटिंग में रविन्द्र भान कंचन ,सैय्यद इशरत अली, राजेश चौरसिया, एस0के0 श्रीवास्तव ,केशव सिंह नरवरिया, अजीत कुमार श्रीवास्तव,-विनोद कुमार वर्मा ,रामकुमार शर्मा , विद्या शर्मा, महेश नारायण वर्मा, मोहनलाल अग्रवाल ,महेन्द्र कुमार रावत ,रामस्वरूप ,रविकान्त बोहरे ,बी0के0 मिश्रा ,मोहम्मद रफीक खान ,रघुवीर सिंह यादव, प्रभात शर्मा, अशोक कुमार शर्मा, वीरेंद्र शर्मा आदि नोटरी अधिवक्ताओं की उपस्थिति में शीघ्र ही पुनः बैठक बुलाए जाने पर सहमति जताई गई जिससे आगामी रणनीति तैयार की जा सके। अध्यक्षता
इशरत अली ने की। संचालन राजेश चौरसिया ने किया।