झांसी। परिषदीय शिक्षकों की गोपनीय आख्या के मूल्यांकन सम्बन्धी आदेश पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ नें विरोध स्वरूप आवाज़ बुलन्द की। प्रान्तीय आह्वान पर जिला नेतृत्व द्वारा ज़िलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमन्त्री और बेसिक शिक्षा मन्त्री को ज्ञापन भेजा गया। शिक्षक नेताओं नें इसे काला क़ानून बताते हुए कहा कि कायाकल्प के तहत हो रहे कार्यों के लिए भी शिक्षकों के अंक निर्धारण से जोड़ना केवल उत्पीड़न का मार्ग प्रशस्त करना है। वार्षिक गोपनीय आख्या पठन-पाठन के विपरीत और असमंजस उतपन्न करने वाली है। इससे शिक्षकों में रोष व्याप्त है। इसके साथ ही 20 सूत्रीय मांगों को ज्ञापन में सम्मिलित किया गया। उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक / प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को ₹ 17140/- वेतनमान लागू करने एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक को ₹ 18150/- वेतनमान लागू करने की मांग की गई। अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण, जनपद के अन्दर स्थानान्तरण एवं पारस्परिक स्थानान्तरण प्रक्रिया बहाल करने, संसाधन उपलब्ध कराए बगैर मिशन प्रेरणा के तहत कराए जा रहे ऑनलाइन कार्य में शिक्षकों पर दण्डात्मक कार्रवाई आदेश न करने, कैश लेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, मृतक आश्रितों को चतुर्थ श्रेणी के स्थान पर लिपिक पद पर योग्यतानुरूप नियुक्त करने, परिषदीय विद्यालयों में लिपिक की नियुक्ति के साथ ही साफ-सफाई एवं रख-रखाव के लिए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नियुक्त करने, शिक्षकों को 30 ईएल, की सुविधा प्रदान करने, सामूहिक बीमा राशि ₹ 10 लाख करने, पूर्व की भांति शिक्षकों की पदोन्नति खण्ड शिक्षाधिकारी पद पर करने, रिक्त पदों के सापेक्ष पदोन्नति करने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखने, बेसिक शिक्षा परिषद में एनजीओ का दखल बन्द करने, शिक्षामित्रों को ₹ 30 हज़ार मानदेय दिए जाने, अनुदेशकों को ₹ 25 हज़ार मानदेय देने एवं स्थानान्तरण की सुविधा प्रदान करने, संविलियन कर समाप्त किये गए प्रधानाध्यापक पद को पुनः बहाल करने, नवनियुक्त शिक्षकों के दो प्रमाण पत्रों के सत्यापन पर शीघ्र वेतन भुगतान करने एवं पुरानी पेन्शन व्यवस्था बहाल करने की मांग की गई। इस दौरान ज़िलाध्यक्ष जितेन्द्र दीक्षित, मन्त्री चौधरी धर्मेन्द्र सिंह, प्रवक्ता अब्दुल नोमान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पुष्पेन्द्र कुशवाहा, संयुक्त मन्त्री शिवकुमार पाराशर, कोषाध्यक्ष चरण सिंह पटेल, देवी प्रसाद, अरुण निरञ्जन, मृत्युञ्जय सिंह, अनिरुद्ध रावत, प्रियम्वदा मिश्रा, पुष्पेन्द्र परिहार, उमा शंकर शर्मा, माधव मिश्रा, रविन्द्र प्रकाश, जितेन्द्र त्रिपाठी, विपिन कुमार सिंह, उमेश पाराशर, योगेंद्र द्विवेदी, राजीव जैन, अमित पाराशर, मुकेश वर्मा (नगर), संजीव अर्जरिया, मोहित मिश्रा, आनंद मोहन मिश्रा, पुष्पेंद्र तिवारी, बादाम सिंह यादव, राजेश गुप्ता, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह परिहार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जनक सिंह चौहान, महामंत्री मुकेश सेन, मंडलीय उपाध्यक्ष मनीष अग्रवाल, खुर्शीद हसन, विनोद त्रिपाठी, राहुल मिश्रा, वसीम खान, अभिषेक कुशवाहा, मुकेश चंद्र वर्मा (बंगरा), अमितेंद्र सिसोदिया, चंद्रपाल राजपूत, देवीदयाल चौबे, पूनम रूसिया, रविंद्र गुप्ता, कृष्ण पाल सिंह, अविनाश खरे, अविनाश गोस्वामी, जितेंद्र कुमार, करण सिंह पटेल, भगवत पाल, कैलाश चंद्र वैश्य, जय सिंह, अवनीश कुमार, भारती वर्मा, निशा शर्मा, ज्योति, ममता साहू, अलका द्विवेदी, कुसुम, उषा राजपूत, मीनू गुप्ता, दीपशिखा अग्रवाल, नजीर खान, सरिता गुप्ता, नजमा बेगम, मंजू दीक्षित, ममता सिंह, शबनम बेगम, जूही सेन, मनीषा गुप्ता, सरोज कुमारी, पूनम, ज्योत्सना, अलका, लवली वर्मा, शोभा राय, शाहीन बानो, मेघा गोस्वामी, ज्योति रिछारिया, अर्चना सचान, रजनी साहू, पुष्पा सिंह, अर्चना सक्सेना, बबीता यादव, हेमलता त्रिपाठी, अनीता रिछारिया, तृप्ति, शुभ्रा, ममता मिश्रा, केके गुप्ता, मोहम्मद अफजल, राजीव आर्य, मोहम्मद शाहिद, विजय गुर्जर, इंद्रमोहन, प्रतिभा शर्मा, अल्का अग्निहोत्री, शाहीन अख्तर, चंद्र शर्मा वंदना खरे मीरा खुर्शीद उषा सरिता संजय पुरोहित शशि कश्यप रचना श्रीवास्तव रमन प्रताप अर्चना सोनी शिरीन अली आदि मौजूद रहे।