– प्रति टिकट एक हजार रुपए लेते थे कमीशन, गिरोह के दो सदस्य पकड़े

– मुंबई में ट्रैवल एजेंसी चलाने वाले रैकेट के सरगना को पकड़ने के लिए टीम रवाना

झांसी/ग्वालियर। डबरा (मप्र) में तत्काल ट्रेन यात्रा टिकट बनवाने के एवज में दलाली वसूलने के रैकेट का शुक्रवार को रेलवे सुरक्षा बल ने खुलासा किया है। डबरा स्टेशन में कार्यरत एक महिला बुकिंग क्लर्क की मिलीभगत से कमीशन पर टिकट बनाने का गाेरखधंधा फल-फूल रहा था। रेल सुरक्षा बल ने ट्रेनों से मुंबई से बिहार, पश्चिमी बंगाल और पूर्वी उत्तरप्रदेश जाने वाले यात्रियाें के टिकट डबरा से बुक कराने वाले गिराेह काे पकड़ा है। तत्काल में प्रति यात्री कन्फर्म विंडो टिकट उपलब्ध कराने के एवज में यह गिरोह यात्री से एक हजार रुपए कमीशन वसूलता था। ट्रेनों के कोच अटेंडेंट और पेंट्रीकार स्टाफ के जरिए इन टिकट को मुंबई भेजा जाता था।

आरपीएफ ने गिरोह के दो सदस्यों को डबरा से गिरफ्तार कर लिया है जबकि गिरोह का सरगना मुंबई में कार्यरत ट्रैवल एजेंसी संचालक विनय को पकड़ने के लिए टीम रवाना हो गई है। इस गोरखधंधे से जुड़ी डबरा रिजर्वेशन कार्यालय में तैनात महिला बुकिंग क्लर्क आरपीएफ के रडार पर है। इससे पूछताछ कर कार्रवाई की जाएगी।

बताया गया है कि मुंबई में बैठे ट्रैवल एजेंसी के संचालक के इशारे पर दो साल से गैंग डबरा रेलवे स्टेशन से विंडो टिकट बुक कराकर मुंबई भेज रहे थे। दो दलाल दिसंबर में तो दो आरोपी अभी गिरफ्तार किए गए हैं। आरपीएफ का दावा है कि प्राथमिक जांच में 30 हजार रुपए कीमत के 10 टिकट बरामद किए गए हैं। पूछताछ में पता चला है कि डबरा स्टेशन पर तत्काल टिकट आसानी से मिल जाते थे, क्योंकि काउंटर खाली होता था और वहां कतार नहीं लगती। जबकि मुंबई में यात्रियों को इसके लिए मशक्कत करनी पड़ती है। आरपीएफ का कहना है कि मामले में मुंबई में कार्यरत ट्रैवल एजेंसी के संचालक की गिरफ्तारी के बाद यह पता चलेगा कि अब तक कितने यात्रियों के टिकट डबरा से बुक कराए गए हैं।

इस गोरखधंधे का इनपुट आरपीएफ को झांसी रेल मंडल से मिला था। इसमें बताया गया था कि डबरा स्टेशन से बड़ी संख्या में मुंबई से बिहार, पूर्वी उप्र, दिल्ली और पश्चिमी बंगाल के लिए बड़ी संख्या में लगातार टिकट बुक किए जा रहे हैं। मामले की तह तक जाने के लिए आरपीएफ ने गहन जांच शुरू की। इसी क्रम में 2 फरवरी को आरपीएफ टीम ने डबरा निवासी नोबर सिंह राणा उर्फ प्रवेंद्र उर्फ पहलवान को पकड़ा। पूछताछ के बाद पाया गया कि यह गिरोह मुंबई में ट्रैवल एजेंसी चलाने वाले विनय के इशारे पर ऑपरेट हो रहा है। इसके बाद सुमित जैन उर्फ आकाश जैन निवासी डबरा को गिरफ्तार किया। दोनों ने कुबूल किया है कि वे 1000 रुपए कमीशन लेकर मुंबई से दूसरे राज्यों में जाने वाले यात्रियों के टिकट बनवाते थे। पकड़े गए दलाल डबरा के युवकों को पैसे देकर रिजर्वेशन काउंटर पर भेजते थे। ये युवक मुंबई से बिहार, पूर्वी उत्तर सहित अन्य बड़े शहराें के लिए टिकट बुक कराते थे। एक टिकट पर संबंधित युवक काे 100 रुपए दिए जाते थे। टिकट बनवाने में स्टेशन की बुकिंग क्लर्क मदद करती थी। इसके बाद बनवाए गए टिकट को लिफाफे में रखकर मुंबई जाने वाली ट्रेनों के कोच अटेंडर और पेंट्रीकार के मैनेजर के जरिए जरूरी कागजात बताकर भेजते थे। मुंबई पहुंचने पर ट्रैवल एजेंसी संचालक विनय स्टेशन से टिकट लेता था और यात्रियाें से इसके एवज में बड़ी रकम ले लेता था।