– जिला अस्पताल में भी 50 बेड का आइसोलेशन वार्ड, पैरामेडिकल कालेज में 300 बेड का एल-1 हास्पिटल होगा तैयार
 झांसी। जनपद नोडल अधिकारी डाॅ ए0के0 सिंह ने विकास भवन सभागार में कोविड-19 कोर ग्रुप की बैठक की अध्यक्षता करते हुये कहा कि प्राथमिकता कोविड पेशेन्ट की जान  बचाना है, अतः आक्सीजन की उपलब्धता बनी रहे, कोई समस्या न आये। अस्पतालों व नर्सिगहोम में आक्सीजन की उपलब्धता पहले से सुनिश्चित कर लें ताकि समस्या न हो। उन्होंने संक्रमण पर काबू हेतु टेस्टिंग, ट्रेसिंग और सेनेटाइजेशन पर जोर दिया।
  नोडल अधिकारी ने कहा कि दूसरे राज्यों से बड़ी संख्या में वापस आने वाले श्रमिकों को क्वारनटाइन करने तथा टेस्टिंग के बाद जब रिपोर्ट निगेटिव हो तभी जाने देने, ग्रामीण क्षेत्र में बने क्वारनटाइन सेन्टर को पुनः संचालित करने के निर्देश दिये, साथ ही उन्होने ग्रामीण क्षेत्र में गठित समितियों को सक्रिय करने पर बल देते हुये कहा कि गांव में बाहर से आने वालों की सूचना निगरानी समितियां कन्ट्रोल रुम में दे ताकि उनकी जांच की जा सके।
 नोडल अधिकारी ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में मास्क इन्फोर्समेंट की कार्यवाही में तेजी लाने व मास्क न लगाने वालों का चालान काटने, पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से कोरोना से बचाव के साथ ही वैक्सीन लगाये जाने के लिये प्रेरित करने के निर्देश दिए।
राही वीरांगना होटल को  एल-1 हास्पिटल बनाये जाने के निर्देश के साथ ही कोर ग्रुप की बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार ने पैरामेडीकल कालेज में 300 बेड का एल-1 हास्पिटल तैयार करने के निर्देश देते हुये कहा कि पैरामेडीकल स्टाफ के साथ चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित कर ली जाये। जिला अस्पताल में भी 50 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाये जाने के निर्देश दिये। उन्होने ट्रेसिंग में सुधार लाये जाने के निर्देश देते हुये कहा कि विकास खण्ड बबीना, गुरसराय, मऊरानीपुर, एमओआईसी इसमें सुधार लाये।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जिले में कोविड पेशेन्ट की संख्या मे लगातार वृद्वि हो रही है। इस स्थिति में एल-2 प्राइवेट नर्सिगहोम अपने यहां बैड की संख्या बढाये जाने का सकारात्मक प्रयास करें। उन्होने कहा कि ऐसे नर्सिग होम जहां वैन्टीलेटर उपलब्ध है परन्तु उनका उपयोग नही किया जा रहा है, यदि वहां से वैन्टीलेटर ऐसे नर्सिग होम में शिफ्ट कर दें जहां विशेषज्ञों द्वारा वैन्टीलेटर पर मरीज का इलाज किया जा रहा हो तो हम अनेकों मरीजों की जिन्दगी बचा सकेंगे। उन्होने बैठक में एल-2 श्रेणी के नर्सिगहोम से उपलब्ध बेड के सापेक्ष मरीजो की जानकारी लेते हुये कहा कि जो मरीज टेस्टिंग में निगेटिव आ गये है, उन्हे डिस्चार्ज किया जाये ताकि अन्य मरीज को  भर्ती किया जा सके। सीडीओ ने होम आइसोलेशनके मरीजों की जानकारी ली और निर्देश दिये कि उन्हें मेडीकल किट की जानकारी देते हुये वह सूची अवश्य उपलब्ध करायें, जिसमें दवाओं के साथ अन्य जरुरी सामान रहता है ताकि वह उसे मेडीकल स्टोर से स्वयं खरीद सकें।