झांसी। डडियापुरा गल्ला मंडी रोड निवासी गौरेलाल साहू की शुक्रवार को मौत हो जाने के बाद अर्थी को उसकी चार बेटियों ने कंधा तो दिया ही साथ ही श्मशान में विधि-विधान के साथ मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार की रस्म निभा कर उन बेटों को संदेश दिया जो माता पिता को प्रताड़ित कर उन्हें उनके हाल पर तड़पता छोड़ जाते हैं।
दरअसल, शहर में डडियापुरा गल्ला मंडी रोड निवासी गोरे लाल साहू की शुक्रवार को सुबह हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। मौत की खबर मिलते ही उसकी चारों बेटियां (शोभा, संगीता, लेखनी और स्वाति) मायके पहुंचीं और पिता के अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उठाई। बेटियों ने पिता की अर्थी को कंधा देकर श्याम चौपड़ा स्थित श्मशान घाट तक पहुंचाया और फिर मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया तो लोग आश्चर्य चकित रह गए क्यो कि गौरेलाल का पुत्र होते हुए लड़कियों ने अंतिम संस्कार किया।
इस पर संगीता साहू ने बताया कि उनका भाई पिता को प्रताड़ित करता था। इसलिए चारों बहनें ही पिता की देखभाल करती थीं। जब पिता का निधन हुआ तो सभी बहनों ने तय किया कि भाई को शव को हाथ भी नहीं लगाने देंगे और सबने मिलकर अंतिम संस्कार की रस्म को निभाया। उन्होंने भाई व भाभी को शव के पास फटकने नहीं दिया। यह घटनाक्रम ने ऐसे पुत्रों को सबक है जो माता पिता की देखभाल नहीं करते।