झांसी/ओरछा। झांसी के सीमावर्ती मप्र के ओरछा तिगेला पर स्थित आधुनिक सुविधाओं से लैस रामराजा हॉस्पिटल को पुनः सुचारु कराने के प्रयास रविवार को लगभग एक सप्ताह के अथक प्रयासों के बाद फलीभूत हो गये हैं। हॉस्पिटल के पुनः संचालित होने से झांसी व सीमावर्ती मप्र के क्षेत्र के कोरोना से संक्रमित मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। दरअसल, इस हास्पिटल पर 300 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है।

गौरतलब है कि रामराजा हॉस्पिटल को शुरू करने में पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बड़ी पहल की है। उन्होंने शुक्रवार को झांसी आकर हास्पिटल के शुरू होने में अवरोध रूपी समस्या का समाधान कराया।जानकारी के अनुसार बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री से चर्चा करते हुए बताया था कि कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते रामराजा हॉस्पिटल को शुरू करके उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कोरोना मरीजों को काफी राहत दी जा सकती है। इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की। मुख्यमंत्री ने भी अस्पताल चालू करने पर सहमति जता दी। शुक्रवार को उमा भारती ने झांसी आकर हॉस्पिटल के पार्टनरों से बात की और कहा कि कोरोना महामारी में प्रमुखता मरीज हैं। उन्हें समय से उपचार मिल सके इसलिए हॉस्पिटल शुरू होना जरूरी है। इसका असर पार्टनरों पर हुआ और उन्होंने भी सहमति जता दी। इसके बाद शुक्रवार से ही हॉस्पिटल का ऑक्सीजन प्लांट शुरू कर दिया गया था।

रविवार को झांसी-ललितपुर सांसद अनुराग विश्वनाथ शर्मा ने जिलाधिकारी निवाड़ी मप्र के साथ मिलकर मरीजों को हास्पिटल लाने से पूर्व सभी गतिविधियों का निरीक्षण किया। बताया गया है कि रविवार को ही इस अस्पताल में 10 मरीज शिफ्ट तथा 70 अन्य मरीजों के उपचार की व्यवस्था की गई है। सांसद ने इस कार्य को संभव बनाने के लिए निवाड़ी (म०प्र०) के जिलाधिकारी आशीष भार्गव एवं जिलाधिकारी झांसी आंद्रा बामसी का आभार व्यक्त किया और बताया कि इनके अप्रत्याशित, अभूतपूर्व समन्वय और अथक प्रयासों से यह संभव हो सका।

म प्र के मरीजो को 200 व उ प्र के मरीजो को 100 बेड की व्यवस्था : रामराजा सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल में रविवार को कोरोना संक्रमित करीव दस मरीजो को टीकमगढ़ से लाकर भर्ती कर तत्काल उनका इलाज शुरू हो गया है । करीव 300 बेड के इस अत्याधुनिक हॉस्पिटल में अभी उ प्र एवम मध्यप्रदेश के मरीजों का सयुक्त इलाज किया जायेगा जिसमें 200 बेड मध्यप्रदेश के मरीजों के लिये एवम 100 बेड उत्तर प्रदेश के मरीजों के लिये सुरक्षित किये गये है। भर्ती मरीजो का इलाज के लिये डॉक्टरों की सयुक्त टीमें करेगी।