– ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता सुचारु हो रहे, कमी ना होने पाए यह सुनिश्चित कर लें
– मेडिकल कॉलेज में जल्द ही एमएलबी में पांच आरटीपीसीआर मशीन संचालित होंगी, सैंपल के परिणाम जल्द मिलेंगे
झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में 70 वेंटिलेटर कार्यरत हैं और 25 वैन्टीलेटर जो खराब हैं उसमें 15 को इंजीनियर द्वारा ठीक करा लिए गए हैं, जल्द ही अन्य वेंटिलेटर ठीक कराते हुए उपयोग में लेना प्रारंभ कर दिये जाएंगे। यह जानकारी आयुक्त सभागार में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर संक्रमित मरीजों को मिल रहे उपचार व सुविधाओं की समीक्षा के दौरान मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एनएस सेंगर ने देते हुए बताया कि जनपद ललितपुर से आए 10 वैन्टीलेटर अभी इनस्टॉल कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमारी प्राथमिकता है कि मरीजों को वेंटिलेटर तक ना पहुंचने दिया जाए, उससे पूर्व ही उसे स्वस्थ किया जाए। वेंटिलेटर पर जाने के बाद मरीजों के बचने की संभावना कम हो जाती है।
समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि हमारा फोकस मरीज की जिंदगी को बचाना होना चाहिए। उनके लिए समय से ऑक्सीजन गैस, दवाओं, वेंटीलेटर की उपलब्धता सुनिश्चित हो। उन्होंने जिलेवार गैस आपूर्ति, वेंटीलेटर, बेड की उपलब्धता, आरटीपीसीआर द्वारा जांच के साथ ही एंबुलेंस, सफाई व्यवस्था, मरीजों को खाना आदि की बिंदुवार समीक्षा की। मंडलायुक्त ने संक्रमण के बढ़ते मरीजों का प्रॉपर इलाज कैसे उपलब्ध कराया जाए की जानकारी लेते हुए कहा कि मरीजों की जान बचाना प्राथमिकता है, इसके लिए ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने मेडिकल कॉलेज सहित अन्य सरकारी व प्राइवेट नर्सिंग होम एल-1 और एल-2 की सुविधाओं के साथ मरीजों का इलाज कर रहे हैं, उन्हें ऑक्सीजन गैस कैसे और किस मात्रा में वितरित की जा रही है की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में ऑक्सीजन गैस की कमी नहीं होनी चाहिए। बैठक में बताया गया कि एमएलबी में 14 हजार एमटी ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति  तथा अन्य सरकारी व प्राइवेट नर्सिंग होम में 20.15 एमटी की आपूर्ति मांग के अनुसार की जा रही है, कोई समस्या नहीं है।
बैठक में मंडलायुक्त ने पूछा कि मेडिकल कॉलेज में स्थापित आरटापीसीआर की रिपोर्ट में समय क्यों लग रहा है, सैंपल के रिजल्ट लंबित क्यों है। इस संबंध में डॉ नमिता ने बताया कि आरटी पीसीआर मशीन की क्षमता 3000 है परंतु 3400 का परीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल्द ही 5 आरटी पीसीआर मशीन क्रियाशील हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि झांसी, ललितपुर के साथ महोबा से भी सैंपल प्राप्त हो रहे हैं और परिणाम 24 से 48 घंटे में दिए जा रहे हैं।
मंडलायुक्त ने कोविड-19 मरीजों को दिए जाने वाले भोजन की जानकारी लेते हुए कहा कि गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने प्रॉपर साफ सफाई व्यवस्था के भी निर्देश दिए देते हुए कहा कि मरीजों के साथ भावात्मक जुड़ाव स्थापित करें ताकि वह अकेलापन महसूस ना करें, मनोबल बढ़ सके। उन्होंने कहा कि जनपद जालौन में कोविड-19 के एल-3 वार्ड में तीमारदार संक्रमित मरीज के साथ रह रहे हैं। यह बेहद खतरनाक है क्योंकि तीमारदार भी संक्रमित हो सकता है इसे कड़ाई से रोका जाए। मंडलायुक्त ने आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित मरीजों के विषय में निर्देश दिए कि लगातार उनसे आई सी सी सी के माध्यम से या अन्य स्तर पर लगातार स्वास्थ्य की जानकारी ली जाए, उन्हें समय से दवाएं अपना तापमान व अन्य गतिविधियों की जानकारी लेते रहने को कहें।