– ड्यूटी पर कोविड-19 से मृत अधिकारी/कर्मचारियों को मिलेगा 50 लाख का मुआवजा
 – जनपद में सभी सीएचसी/पीएचसी में होगा वैक्सीनेशन
झांसी। जनपद में निर्वाचन सहित अन्य ड्यूटी के दौरान कोरोना पाजीटिव हुए अधिकारी/ कर्मचारी जिनकी मौत हो गई है तत्काल उन्हें 50 लाख मुआवजा दिलाने हेतु पत्रावली तैयार कर शासन को प्रेषित किए जाने, जनपद में कोरोना के संक्रमण की रफ्तार कम करने के लिए सभी सीएचसी व पीएचसी के साथ प्राइवेट नर्सिंग होम में वैक्सीनेशन करने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी आंंद्रा वामसी ने बताया कि जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव व बरुआसागर में पीएसए के माध्यम से जल्द ही ऑक्सीजन गैस प्लांट लगाए जाने हैं, इसके लिए सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने विकास भवन सागर सभागार में आईसीसीसी की बैठक में अध्यक्षता करते अधिकारियों को ताकीद करते हुए कहा कि सभी संवेदनशील और मानव संवेदनाओं के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करें। उन्होंने महामारी में आपसी तालमेल और समन्वय के साथ कार्य करने की जरूरत पर बल देते हुए बैठक में अनुपस्थित 3 सेक्टर मजिस्ट्रेट का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सेक्टर मजिस्ट्रेट प्राइवेट नर्सिंग होम पर नजर रखने हेतु तैनात किए गए यदि भविष्य में लापरवाही होगी तो एपिडेमिक डिसीज एक्ट 1897 तथा उत्तर प्रदेश महामारी कोविड-19 विनियमावली 2020 के अन्तर्गत कार्यवाही की जाएगी।
  जिलाधिकारी ने लगभग दो दर्जन प्राइवेट नर्सिंगहोम जो एल-1, एल-2 श्रेणी के हैं, वहां उपलब्ध बेड के सापेक्ष बेहद कम मरीज भर्ती होने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की और संबंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि आप सभी आईसीसीसी के संपर्क में रहें और वहां से रिफर किए गए मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना सुनिश्चित करें अन्यथा ऐसे सभी हॉस्पिटल जहां 10 से कम मरीज भर्ती और बेड खाली है तो वहां ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति रोक दी जाएगी।
बैठक में बताया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव, बरुआसागर, कैंट हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज वार्ड नंबर 10, बीएचईएल हॉस्पिटल, रानीपुर, पैरामेडिकल कॉलेज, गरौठा तथा वीरांगना होटल में भी उपलब्ध बेड के सापेक्ष कम मरीज भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जिनमें लक्षण कम है उन्हें वहां प्राथमिकता से भर्ती कराया जाए। सभी जगह पर्याप्त दवाओं की उपलब्धता, साथ ही साफ- सफाई भी बेहतर हो।
 बैठक में आरआरटी द्वारा लगभग 4 हजार घर लंबित होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह बैकलॉग 2 दिन में पूर्ण किया जाए। आरआरटी सभी घरों तक पहुंचे, जानकारी प्राप्त कर और दवाओं की किट उन्हें उपलब्ध कराएं। इस कार्य के लिए यदि मैनपावर या वाहन की आवश्यकता है तो तत्काल उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने डीसी एनआरएलएम के लापरवाह पूर्ण रवैए पर नाराजगी व्यक्त की और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की जानकारी लेते हुए कहा कि मरीजों से लगातार बात की जाए, दिन में तीन बार उनसे उनकी स्वास्थ्य की चर्चा करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि आने वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जाए, जो गंभीर है उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाए।
जनपद में कोविड-19 के वैक्सीनेशन कार्य की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि यदि कोरोना संक्रमण को रोकना है तो हमें जल्द ही शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी 56 सरकारी साइड सहित प्राइवेट नर्सिंग होम को वैक्सीन उपलब्ध करायी जाए ताकि वैक्सीनेशन में तेजी आ सके। जनपद के सभी सरकारी हस्पताल में वैक्सीनेशन शत-प्रतिशत करना सुनिश्चित किए जाने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिए। उन्होंने सीओ पुलिस को निर्देश दिए कि सख्ती से कोरोना कर्फ्यू  का अनुपालन कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।