“झांसी मेड हेल्प” मोबाइल एप से मिलेगी हॉस्पिटल्स में सुविधाओं व बेड की उपलब्धता की स्थिति

– www.jhansi.nic.in से अपलोड करें ऐप, सभी हॉस्पिटल अपनी नवीनतम सूचनाएं अपलोड करें

झांसी। जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने दीनदयाल उपाध्याय सभागार में जनपद वासियों की सुविधा के लिए “झांसी मेड हेल्प” मोबाइल एप लांच किया। इस मोबाइल ऐप के माध्यम से लोगों को नगर के सभी नर्सिंग होम जहां कोविड-19 का इलाज उपचार किया जा रहा है वहां बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, एचएफएनओ व कंसंट्रेटर सहित अन्य सुविधाओं की जानकारी एक क्लिक से प्राप्त की जा सकेंगी। ऐप के माध्यम से मरीज और तीमारदारों को जहां सीधा लाभ होगा वही उन्हें अस्पतालों के अनावश्यक रूप से चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 महामारी से निपटने में कोविड संक्रमित पीड़ितों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन झांसी और जिला सूचना-विज्ञान केंद्र, झांसी द्वारा यह मोबाइल एप (Jhansi med help) तैयार किया गया है, जिसमें आम जनमानस को सरकारी तथा निजी अस्पतालों द्वारा उपलब्ध करायी जा रही चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधाओं की त्वरित जानकारी उपलब्ध हो सकेगी | इस ऐप के माध्यम से जनरल पब्लिक रियल टाइम में यह देख सकती है कि किस सरकारी अथवा निजी अस्पताल में क्या क्या सुविधा उपलब्ध है | जिस वक्त की जो स्थिति होगी वह सभी को नजर आएगी | जहाँ सुविधा उपलब्ध होगी पेशेंट अपने पसंद के अस्पताल में जाकर इलाज करा सकता है | अस्पताल को इसी एप के माध्यम से टेलीफोन पर कॉल कर उससे संपर्क भी कर सकता है और यह भी देख सकता है कि बेड कहां खाली है, और ऑक्सीजन कहां है? वेंटीलेटर सुविधा कहां पर है | यह सब चीजें पब्लिक को इस ऐप के माध्यम से तुरंत पता चल जाएँगी |
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही इस एप पर सरकारी और प्राइवेट अस्पताल अपने यहां उपलब्ध सुविधाओं की नवीनतम स्थिति भरकर अध्यावधिक करते रहेंगे, जिससे कि कोविड संक्रमित पीड़ितों और उनके परिजनों को इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा व समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
इस दौरान जिला विज्ञान सूचनाअधिकारी आसिफ मोहम्मद खान ने समस्त सरकारी व प्राइवेट नर्सिंग होम के कंप्यूटर व डाटा एंट्री ऑपरेटर को मोबाइल एप अपने एंड्रॉयड फोन में कैसे अपलोड किया जाए, उसकी जानकारी देते हुए बताया कि अभी ऐप को साइड वह लिंक के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है कुछ समय पश्चात ऐप प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगा। डीआईओ एनआईसी ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से यूजर लॉगिन व हॉस्पिटल लॉगिन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी सूचनाएं एंव सुविधाएं नर्सिंग होम डाटा ऑपरेटर द्वारा जिस समय एप पर भरी जाएगी वही समय पब्लिक को नजर आयेगी | अगर यह एंट्री 12 घंटे तक अपडेट नहीं हुई है तो पब्लिक को यह एंट्री लाल कलर में नजर आएगी जिससे यह पता चलेगा कि यह 12 घंटे पुरानी एंट्री(सूचना) है |
उन्होंने बताया कि इस एप में अस्पताल तथा पब्लिक के लिए एक नोटिस बोर्ड भी उपलब्ध है जिसमें प्रशासन महत्वपूर्ण निर्देश पब्लिक और हॉस्पिटल को शेयर कर सकता है | यह ऐप लोगों की परेशानी दूर करेगा और अस्पताल को अपनी स्थिति बताने में मदद करेगा।