झांसी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय आव्हान पर झांसी मुख्यालय पर गांधी उद्यान कचहरी चौराहे में भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों, पंचायत चुनाव में लोकतंत्र की हत्या, किसान, नौजवान, महिला, बेटियों पर अत्याचार के विरोध में धरना प्रदर्शन कर  राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से दिया गया।
 धरना प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि पूर्व एमएलसी श्याम सुन्दर सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को प्रारंभ से ही सत्ता पक्ष द्वारा पंचायती चुनावों को प्रभावित कर अपने पक्ष में करने की साजिशों के बारे में लगातार सूचित करते हुए आगाह किया था पर चुनाव आयोग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई । उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ब्लाक प्रमुखों चुनाव में जो गुंडागर्दी और लोकतंत्र की हत्या भाजपा राज में हुई है , उसकी कोई कल्पना नहीं थी। पूर्व प्रत्याशी बबीना विधान सभा यशपाल सिंह यादव ने भाजपाईयों द्वारा सत्ता की हनक में लोकतंत्र की हत्या कर पंचायत चुनाव में की गई गुण्डगर्दी की आलोचना करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में जनता इसका जवाब देगी।
   निवर्तमान जिलाध्यक्ष महेश रायकवार ने कहा कि जिस तरह शाजिश कर तानाशाही रवैया अपना कर भारतीय जनता पार्टी ने पुलिस के दम पर चुनाव लड़ा ये जग जाहिर है ।  स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव की बात बेमानी हो गई है । जिला पंचायत अध्यक्ष एवं ब्लाक प्रमुखों के चुनावों में 3 जुलाई , 10 जुलाई 2021 को सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को जिताने के लिए विपक्ष के साक्षर जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ जबरन हेल्पर लगाकर वोट डलवाए गए जिसमें जिला प्रशासन के अधिकारियों की भी भूमिका रही ।
   महानगर अध्यक्ष तनवीर आलम ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा आजम खान साहब और उनके परिवार पर फर्जी मुकदमे लगाये जाना उनकी कायरता जाहिर करता है । पंचायत चुनाव में पुलिस प्रशासन सत्ता पक्ष का कार्यकर्ता बनकर काम करने लगा और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों- समर्थकों पर हमलों के साथ नामांकन पर्चे फाड़ने के कृत्य किए गए । इस अवसर पर पूर्व मंत्री अजय सूद,  पूर्व जिला पंचायत सदस्य वीरेन्द्र प्रताप सिहं वीरू,  चन्द्रप्रकाश मिश्रा, राजेश यादव, रोहित यादव, पं सतेन्द्रपुरी गोस्वामी , दीपाली रायकवार,  ने विचार व्यक्त किये । तत्पश्चात जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन दिया। पूर्व जिलाध्यक्ष छत्रपाल सिंह यादव, सोहन खटीक, प्रतिपाल सिंह, विजय झासिया,  अनिल सविता, आरिफ खान, राहुल महाल्या, प्रेम वाल्मीकि, तरूण यादव मोनू,  पूर्व पार्षद चौधरी खुर्शीद, आकाश यादव, अजीम मलिक, शब्बीर कुरैशी, फारूख शेख, अरमान शेख,  विकास यादव   धीरज रायकवार, अल्ताफ रिजवी,  जीतू रायकवार, पप्पे राईन, सतीश रायकवार, अमजद मंसूरी,   श्रीपत साहू , अयान अली,  विक्रम यादव , भैय्यन रायकवार, गफूर, रानू नामदेव, प्रदीप कुशवाहा, आशीष पटेल, शैंकी, सूरज, शैंकी रायकवार गोलू,  डॉ अशोक यादव , सुरेंद्र कश्यप, रीना यादव, मोहर सिंह राठोर, के के यादव, अनिल सविता, सुरेंद्र राजपूत आदि मौजूद रहे। संचालन जाहिद मंसुरी ने व आभार के के सिंह यादव ने व्यक्त किया ।
युवा नेताओं के समर्थन में नारेबाजी का अखाड़ा बना
गांधी उद्यान में भले ही भाजपा के विरोध में धरना प्रदर्शन था, किंतु इस मौके पर समर्थकों ने अपने अपने युवा नेताओं का कद बढ़ाने के लिए उनके समर्थन में नारेबाजी कर ध्यानाकर्षित किया। जब धरना स्थल पर वीरेंद्र प्रताप सिंह यादव ‘वीरू’ पहुंचे तो समर्थकों ने अखिलेश यादव जिंदाबाद के साथ वीरू भैया जिंदाबाद के नारे लगा कर ध्यानाकर्षित किया। जब यशपाल सिंह यादव भी अपने समर्थकों के साथ पहुँचे तो उनके समर्थक कहां पीछे रहने वाले थे। उन्होंने भी अखिलेश के साथ यशपाल भैया जिंदाबाद के नारे लगाए। सूत्रों का कहना है कि दोनों युवा नेता आगामी विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।
सपा नेताओं को नजरबंद करने का प्रयास 
सपाईयों प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने प्रमुख नेताओं को नजर बंद करने का प्रयास किया। झांसी में पूर्व जिलाध्यक्ष महेश कश्यप समेत कई नेता और कार्यकर्ताओं को भी नजर बंद करते हुए घरों के बाहर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, किंतु नजरबंदी तोड़ कर सभी प्रदर्शन में शामिल हुए और सरकार की दमनकारी नीतियों की आलोचना की।