– 23 से 30 मई तक पाइपलाइन से झांसी शहर की जलापूर्ति बाधित प्रकरण की जांच के आदेश

– कमिश्नर का फोन जिला जालौन/ललितपुर के कंट्रोल रूम में नहीं उठा

– मंडल के जिलों में टैंकर द्वारा जलापूर्ति की सूची तलब, की जाएगी स्थलीय क्रास चेकिंग

– नलकूपवार मोटर पंप के जलने/ खराब होने की जांच के आदेश

झांसी। मण्डलायुक्त अजय शंकर पाण्डेय द्वारा मण्डल की जलापूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ किये जाने हेतु आयुक्त सभागार में आयोजित बैठक में जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मंडल में किसी भी जिले में जलापूर्ति बाधित ना हो, पेयजल को लेकर यदि कहीं कोई घटना घटित होती है तो संबंधित अधिकारी को जिम्मेदार ठहराते हुए सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने पेयजल व्यवस्था को सुनिश्चित कराए जाने के लिए निर्देश देते हुए कहा की इकाईयों में तैनात नलकूप चालक को समय से नलकूप संचालित कर, ओ0एच0टी0 भरकर निर्धारित समय पर क्षेत्र में जलापूर्ति सुनिश्चितता की जाये। क्षेत्र में तैनात बाल्वमैन को निर्धारित समय पर बाल्व खोलने हेतु निर्देशित किया जाये।
मण्डलायुक्त ने इकाईयों नलकूपों, ओ0एच0टी0, सी0डब्लू0आर0, बाल्व पर तैनात कार्मिकों एवं उनके ड्यूटी का विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है ताकि प्रशासन द्वारा उनकी समय-समय पर जाँच की जा सके।
सम्बन्धित शाखाधिकारी द्वारा उपरोक्त कार्य की जाँच स्वयं अपने स्तर से कर लें कि नलकूप चालक एवं बाल्वमैन द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन भली भाँति किया जा रहा है अथवा नहीं? यदि जिला प्रशासन की जाँच में नलकूप चालक अथवा बाल्वमैन द्वारा कार्य में लापरवाही पायी जाती है तो सम्बन्धित शाखाधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
मण्डलायुक्त द्वारा तीनों जनपदों (झाँसी-8808060038, ललितपुर-7318369241, उरई-05162252395) में स्थापित कन्ट्रोल रूम के दूरभाष नम्बरों पर स्वयं फोन से सम्पर्क करने पर मात्र झाँसी जनपद के कन्ट्रोल प्रभारी से वार्ता हो सकी। अन्य दोंनो जनपदों के कन्ट्रोल रूम नं0 अक्रियाशील मिले। जिस पर दोनों जनपदों के शाखाधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त जल संस्थान के अधिकारियों को अपने-अपने दूरभाष नं0 कार्यक्षेत्र के विवरण सहित समाचार-पत्रों में प्रकाशित करने के निर्देश दिये गये।
मंडलायुक्त ने कहा कि तीनों जनपदों द्वारा पेयजल समस्याग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों से की जा रही जलापूर्ति के सम्बन्ध में स्थलवार मूमवेण्ट सूची तत्काल उपलब्ध कराएं, जिसकी स्थलीय जाँच अपर आयुक्त (न्याय) को अपने स्तर से कराने के निर्देश दिये गये हैं। झाँसी शहर में व्याप्त पेयजल संकट के सम्बन्ध में जानकारी करने पर अधिशासी अभियन्ता द्वारा बबीना स्थित फिल्टर प्लाण्ट से कम पेयजल प्राप्त होने की शिकायत की गई। उपस्थित जल निगम के अधिकारियों ने अवगत कराया कि आंधी आने से विद्युत फाल्ट हो गया था जिस कारण पम्पिंग बाधित हुई। मंडलायुक्त द्वारा युद्धस्तर से विद्युत फाल्ट को ठीक करने के निर्देश दिये तथा दिनांक 23 मई से 30 मई तक पाइप लाइन फाल्ट के कारण शहर की जलापूर्ति बाधित रहने के प्रकरण की जाँच करने के निर्देश अपर आयुक्त (न्याय) को दिये गये।
जल संस्थान झाँसी के तीनों जनपदों में स्थापित नलकूपों को संचालित करने वाली कार्यदायी फर्म मैसर्स त्रिशिरा कन्स्ट्रक्शन, लखनऊ द्वारा अवगत कराया गया कि उनके द्वारा मण्डल में स्थापित 397 नलकूपों को 145 श्रमिकों के माध्यम से संचालित कराया जा रहा है। उनके द्वारा श्रमिकों को बढ़ाये जाने का अनुरोध किया गया। आयुक्त महोदय द्वारा ग्रीष्म ऋतु वर्तमान में इतने ही श्रमिकों से जलापूर्ति व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने के निर्देश दिये गये।
मैसर्स त्रिशिरा कन्सट्रक्शन द्वारा नलकूपों पर स्थापित मोटर पम्प के बार-बार जलने से जलापूर्ति व्यवस्था में व्यवधान आने की बात कही गई, जिस पर मंडलायुक्त ने विगत वित्तीय वर्ष में कितनी मोटर पम्प खरीदी गई, उनकी मेक, गुणवत्ता, वारंटी तथा इकाईवार, नलकूपवार मोटर पम्प के जलने/खराब होने की जाँच कराने के निर्देश अपर आयुक्त (न्याय) को दिये गये गये। बैठक में  प्रमिल कुमार सिंह अपर आयुक्त (न्याय),  मंजू रानी गुप्ता महाप्रबन्धक जल संस्थान झाँसी, कुलदीप सिंह अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान झांसी,  प्रवीण कुमार यादव अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान उरई,  संजय कुमार निरंजन अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान ललितपुर, अनिल कुमार सहायक अभियन्ता जल संस्थान झाँसी, जे0पी0 गुप्ता सहायक अभियन्ता जल संस्थान झाँसी, संजीव कुमार सहायक अभियन्ता जल संस्थान ललितपुर, हरीश त्रिपाठी प्र0 लेखाधिकारी जल संस्थान झाँसी आदि उपस्थित रहें।