झांसी। नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लाइज संघ झांसी के तत्वावधान में कर्मचारियों ने मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए मण्डल रेल प्रबंधक झांसी के माध्यम से भारत सरकार को श्रमिक समस्याओं के समाधान हेतु ज्ञापन सौंपा|
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए मंडल अध्यक्ष रामकुमार सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में प्रशासन द्वारा कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए यूनियन से वार्ता न करने का रवैया त्यागना होगा, मंडल मंत्री भानुप्रताप सिंह चंदेल ने कहा कि जिस महामारी ने पूरे विश्व को हिला दिया उसी दौरान झांसी मंडल ने अपने कर्मचारियों की प्राणों की कीमत पर प्रगति के नये आयाम स्थापित किए हैं, संघ की मांग है कि शीघ्र ही रेलवे अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाया जाए ताकि भविष्य में इस प्रकार की समस्याओं का सही ढंग से सामना किया जा सके। अन्य वक्ताओं में बी के सिंह, विवेक चढ्ढा, टी पी सिंह, संजीवन राय, इंद्रविजय सिंह, कामता साहू, संजीव नायक, अरुण गुप्ता, बी पी एस परिहार, नीरज दुबे, राजेश गुप्ता, अनिल शर्मा, सुनीता झा, ममता गौर, जैंसी मैथ्यू, दीपिका तिवारी, सरिता दास रहीं। अंत में आभार मोहम्मद उमर खान ने व्यक्त किया |
ज्ञापन के माध्यम से उठाई मांगें
1) 1 जनवरी 2020,1 जुलाई 2020,1 जनवरी 2021 और 1 जुलाई 2021 का रोका गया डीए/ डी आर अभिलंब बहाल किया जाए|
2) 1 जनवरी 2020 से डी ए/ डी आर के एरियर का भुगतान किया जाए|
3) रुपए 43600/- से अधिक मासिक वेतन पाने वालों को रात्रिकालीन भत्ते पर लगी रोक तुरंत हटाई जाए|
4) एन.पी.एस को रद्द किया जाए|
5) यात्री गाड़ियों का संचालन और रेल में लगातार चलने वाले कार्य निजी हाथों में देना बंद किया जाए|
6) छठे वेतन आयोग के ग्रेड पे 4600 (लेबल-7) को ग्रेड पे 4800 (लेवल 8) किया जाए|
7) टेक्निशियन 2 को टेक्नीशियन 1 में मर्ज किया जाए|
8) ग्रुप *सी* के अपेक्स लेवल को ग्रुप *बी* गजेटेड में अपग्रेड किया जाए|
9) इंजीनियरिंग (P.way ) S&T, इलेक्ट्रिकल, ओ एच ई, C&W, TRD, OPTG आदि सभी सेफ्टी कैटेगरी के हेल्पर, टेक्नीशियन एवं सुपरवाइजर को हार्ड शिप अलाउंस दिया जाए|
10) ट्रैक मेंटेनर को टेक्नीशियन कैडर के समान लेवल 6 ( 6th सीपीसी का ग्रेड पे 4200 ) तक प्रमोशन दिया जाए|
11) 12 घंटे की ड्यूटी खत्म कर 8 घंटे की ड्यूटी लागू की जाए|
12) लोको पायलट एवं गार्ड को लेवल 6 की जगह लेवल 7 (6 सीपीसी का ग्रेड पे 4600 ) दिया जाए|
13) रेलवे कर्मचारियों के माता-पिता को मुफ्त मेडिकल सुविधा और पास की सुविधा दी जाए|
14) महिलाओं की सुविधा के लिए फ्लेक्सी वर्किंग आवर्स लागू किया जाए और कार्यस्थल पर टॉयलेट व ड्रेस चेंजिंग रूम की व्यवस्था की जाए|
15) यूनिफॉर्म पाने वाले सभी कर्मचारी को समान रूप से ₹10000 वार्षिक भत्ता दिया जाए|