– दूसरे धर्म की लड़की से प्यार व शादी ने पहुंचाया मौत के ठिकाने

झांसी। फादर डे पर भले ही पुत्र अपने अपने तरीके से पिता के प्रति आस्था व्यक्त करने में जुटे थे, किंतु एक पिता ऐसा भी था जो उस दिन पटरियों पर मौत के आगोश में अपनी गर्भवती महबूबा से प्यार की निशानी बच्चे को जन्म जरूर देने का वायदा करते हुए कहा रहा था- ” मैं मर जरूर रहा हूं, लेकिन हमेशा आपके दिल में आपके साथ रहूंगा”।

यह भावुक लाइन किसी कहानी या फिल्म के अंश नहीं जिंदगी से हार मौत के आगोश में सुकून तलाशते उस पिता की हैं जो भले ही अपने बच्चे का मुंह नहीं देख पाया पर मरने के पहले पन्ने पर अपनी उम्मीदों में उमड़ते प्यार की इबारत लिख गया। दरअसल, झांसी स्टेशन के निकट आर आर आई व सी केबिन के मध्य मुंबई रेल लाइन पर किमी नं 1126/27-28 पर एक युवक के रक्त रंजित पड़े होने की सूचना पर रेलवे पुलिस व डाक्टर मौके पर पहुंचे और परीक्षण उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया। युवक की मौत किसी ट्रेन से कटकर हुई थी। शिनाख्त के लिए जब उसकी जेब की तलाशी ली तो सोसाइड नोट मिल गया। इसमें लिखा था कि ” मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं, मेरा मृत शरीर मेरे घर पहुंचा दीजिए मेरी पत्नी के पास जो अभी अपने घर पर है। मेरी पत्नी का नाम मरियम बानो है, पिता मोहम्मद आजाद उर्फ़ फज्जू निवासी टीकमगढ़ है। मरियम आई लव यू, मेरी आप चिंता नहीं करना, हम हमेशा आपके साथ है, आप मेरे बच्चे को जन्म जरूर देना वो हमारे प्यार की निशानी है। मैं मर जरूर रहा हूं, लेकिन हमेशा आपके दिल में आपके साथ रहूंगा। मेरे साथ क्या हुआ, मैं क्यों मरा इसका पता मेरी पत्नी मरियम बानो आपको बताऊंगी। मेरी अंतिम इच्छा यही है कि मेरा अंतिम संस्कार मेरी पत्नी मरियम ही करें और कोई दूसरा नहीं करें। मरियम से निवेदन है कि मेरे मरने के बाद दूसरी शादी न करें ” । इस पत्र को जिसने पड़ा वह भावुक हो गया क्यों कि पत्र की इबारत एक ऐसे प्यार के बंधन की ओर इशारा कर रही थी जो समाज की बंदिशों को दरकिनार कर तो किया गया था किंतु पर्याय का यह सफर  मौत के ठिकाने पर समाप्त हो गया।

हालांकि जीआरपी ने पत्र में मिले मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो मृतक का नाम भूपेंद्र यादव निवासी छतरपुर मप्र एसबीआई के निकट निकला। इससे स्पष्ट हो गया भूपेंद्र ने मुस्लिम लड़की से प्यार कर विवाह लिया, किंतु समाज ने उसे स्वीकार नहीं किया और उसकी परिणिति मौत हो गई। उधर, पुत्र के मौत की खबर ने उसके परिवार को शोक में डुबा दिया क्यों कि उन्हें उम्मीद नहीं रही होगी कि दूसरे धर्म की लड़की से प्यार व शादी का हश्र मौत होगा।