– सोसाइड नोट में लिखा- हम आपकी परेशानियों और घर की कलह की जड़ हैं, जो अब नहीं रहेगी….

झांसी। जिले में थाना नवाबाद क्षेत्र अंतर्गत गुमनावारा में साइबर क्राइम का शिकार होने के बाद 21 वर्षीय छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने छात्रा के पास से मिले सुसाइड नोट से उसकी हालत का खुलासा हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

नवाबाद थाना क्षेत्र के गुमनावारा निवासी जगमोहन की बेटी यशस्वी (21) ने बीती रात अपने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह देख कर परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। पुलिस को शव के पास से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में लिखा है कि ‘पापा यह किसी को न दिखाना, हम आपकी परेशानियों और घर की कलह की जड़ हैं, जो अब नहीं रहेगी। अब आप सिगरेट छोड़ देना। भैया, मां-पापा का ख्याल रखना, वो अच्छे हैं। हम उनका सपना पूरा नहीं कर पाए, तुम ऑफिसर बनना। पापा के पैसे बर्बाद मत करना। थैंक्यू सो मच मां, आई एम सॉरी, रियली सॉरी, आई लव यू सो मच माई फैमिली, मैं अपनी मर्जी से जान दे रही हूं।

बेटी यशस्वी ने मौत का रास्ता क्यों चुना इसके पीछे बेरोजगारी की पीड़ा के साथ साइबर अपराधियों के चंगुल में फंसकर जमा-पूंजी को गवां देना प्रमुख कारण था। दरअसल, यशस्वी ने दो माह पहले एक समाचार पत्र में प्रकाशित एक विज्ञापन को पढ़ा था, जिसमें एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक कंपनी के नाम से मिलती-जुलती कंपनी का विज्ञापन प्रकाशित हुआ था। विज्ञापन में घर बैठे प्रतिमाह पच्चीस हजार रुपये कमाई का ऑफर देते हुए आवेदन मांगे गए थे। इस आफर के झांसे में आकर उसने विज्ञापन वाली फर्म में आवेदन कर दिया। इसके बाद कंपनी ने उससे किस्तों में 48,500 रुपये जमा कराए। रुपए जमा होने के बाद में कंपनी के तथाकथित प्रतिनिधियों के फोन बंद जाने लगे। नौकरी नहीं मिलने व धोखाधड़ी से रुपए भी हड़प लिए जाने से वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगी थी। इसी परेशानी के चलते उसने बीती रात घर में फांसी लगा आत्महत्या कर ली। इस घटनाक्रम से पूरा परिवार सदमे में है।