– दोषी खरीदारों पर मुकदमा दर्ज कर जल्द होगी वसूली
झांसी। जमीन, मकान आदि की खरीद फरोख्त में तय मानक से कम अथवा मनमाने तरीके से स्टांप लगा कर राजस्व की चोरी करने वालों पर प्रशासन ने अपनी नजर टेढ़ी कर दी है। बैनामों की जांच पड़ताल में लाखों रुपए की अवपंचना पाई गई। जिन बैनामों में गड़बड़ी मिली है, उनमें खरीददारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर वसूली की कार्यवाही जल्द ही अमल में लाई जाएगी।
दरअसल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, नगर मजिस्ट्रेट, उप जिला अधिकारी झांसी, मोंठ, मऊरानीपुर, घरौंडा, टहरौली, उप जिलाधिकारी न्यायिक, अपर मजिस्ट्रेट द्वितीय, तृतीय, सहायक महा निरीक्षक निबंधन, डिप्टी कलेक्टर सदर, मोंठ, मऊरानीपुर और तहसीलदार गरौठा से आकस्मिक निरीक्षण कराया गया। इस टीम ने एक साथ ऐसे 80 बैनामों का सत्यापन किया, जिनमें गड़बड़ी की आशंका थी। 80 बैनामों में से 8 में बड़ी कमी पाई गई। व्यवसायिक भवन को आवासीय भवन दिखाकर 12 लाख की स्टांप चोरी की गई थी, सड़क की चौड़ाई गुमराह कर 22 हज़ार की स्टांप चोरी की गई, क्रय संपत्ति में टीन सेट को अनदेखा कर नियमों का उल्लंघन किया गया, इसके अलावा कुछ ऐसे मामले भी सामने आए जिसमें संपत्ति में कुआं, पेड़, आबादी से दूरी छुपाई गई थी, मकान दुकान फलदार पेड़ों की स्थिति को नजरअंदाज किया गया था, 80 में से 8 में नामों में गड़बड़ी पाई गई, जिसमें 17 लाख से ज्यादा की स्टांप चोरी पहली नजर में दिखाई दे रही है। बताया गया है कि इस अपवंचना के लिए खरीदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। गौरतलब है कि अब ईस्टांप के माध्यम से रजिस्ट्री हो रही हैं। इसके कारण पारदर्शिता बढ़ी है, बावजूद इसके कुछ लोग निजी फायदा और ज्यादा मुनाफे के लिए गड़बड़ी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। आंखों में धूल झोंकने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।