झांसी। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार 10 जुलाई को राजस्व ग्राम तिगरा कला विकासखंड मोंठ में रत्नेश कुमार त्रिपाठी जिला समन्वयक की अध्यक्षता में गोष्ठी में आगामी माह में खरीफ फसलों जैसे धान, मक्का एवं उड़द इत्यादि की कटाई के पश्चात पराली जलाए जाने से उत्पन्न हो रहे प्रदूषण की रोकथाम पर चर्चा की गई। इस दौरान जन सामान्य को जागरूक करते हुए फसल अवशेष जलाने से मिट्टी जलवायु एवं मानव स्वास्थ्य को होने वाली हानि के विषय में रत्नेश त्रिपाठी द्वारा अवगत कराया गया साथ ही सभी ग्राम वासियों को यह बताया गया कि पराली न जलाने से भूमि एवं पर्यावरण में सुधार होगा, उत्पादन में वृद्धि होगी तथा जो जैविक पदार्थ खेतों में मिलेंगे उससे खेतों में जीवांश पदार्थ की बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि पराली जलाने से राख पैदा होती है और उस जगह पर पाए जाने वाले सूक्षम जीवों का नाश हो जाता है जिसके कारण पैदावार कम हो जाती है अर्थात केंचुआ मर जाता है। ग्राम वासियों से अनुरोध किया गया की पराली ना जलाएं और इसके लिए सभी को जागरूक भी करें। इस गोष्ठी में जिला समन्वयक नवीन प्रकाश दुबे , ग्राम प्रधान राघवेंद्र सिंह, ग्राम विकास अधिकारी अवधेश मिश्रा एवं समस्त गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।