झांसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में राष्ट्रीय छात्र सैन्य दल (एन.सी.सी.) को विश्वविद्यालय के समस्त पाठ्यक्रमों में वैकल्पिक विषय के रुप में शामिल किया जाने पर मंथन प्रारम्भ कर दिया गया है। तय किया गया कि विद्या परिषद व कार्य परिषद के अनुमोदनोपरान्त अतिशीघ्र इस प्रस्ताव को कार्यरुप में परिणित किया जायेगा।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश शासन के पत्र 9 अगस्त 2021 के अनुसार, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में संस्थानों के पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत विद्यार्थियों में भारतीय संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरुकता, राष्ट्र प्रेम, राष्ट्रीय एकता की भावना विकसित करने और विद्यार्थियों में अनुशासन को बढावा देने के उद्देश्य से उच्च शिक्षण संस्थानों में एन.सी.सी. को वैकल्पिक विषय के रुप में शामिल किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसके संदर्भ में बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति कक्ष में कुलपति प्रो. जे. वी. वैशम्पायन, प्रति कुलपति प्रो. एस. के. कटियार, वाणिज्य संकाय की पूर्व संकायाध्यक्ष प्रो. पूनम पुरी तथा विश्वविद्यालय के एनसीसी अधिकारी प्रो. सुनील काबिया द्वारा एनसीसी को विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों में संचालित पाठ्यक्रमों में वैकल्पिक विषय के रुप में शामिल किए जाने पर मंथन किया गया।

विश्वविद्यालय के एनसीसी अधिकारी प्रो. सुनील काबिया द्वारा बताया गया कि शासन के निर्णय के अनुपालन में एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रुप में पढाये जाने पर मंथनोपरान्त निर्णय लिया गया कि विद्या परिषद व कार्य परिषद के अनुमोदनोपरान्त अतिशीघ्र इस प्रस्ताव को कार्यरुप में परिणित किया जायेगा ताकि बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र के विद्यार्थियों को इसका अधिकतम लाभ हो सके तथा वह और अधिक दक्षतापूर्ण अध्ययन कर सकें। इससे न केवल उनकी शैक्षिक अभिरुचि का विकास होगा, बल्कि उन्हें भारतीय शस्त्र बलों में अधिकाधिक संख्या में चयनित होने के अवसर प्राप्त होंगें।