– सौभाग्य से पति की जान बची, रेस्क्यू जारी
झांसी। जनपद में थाना बड़ागांव क्षेत्र अंतर्गत दिगारा में खदान में अचानक कई फुट ऊंचाई से गिरे पत्थरों से दब कर महिला श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई जबकि सौभाग्य से उसका पति बच गया। पोकलैंड मशीनों की सहायता से पत्थरों को हटाकर महिला के शव की तलाश का सिलसिला लगभग 8 घंटे से जारी है। खबर लिखे जाने तक शव निकाला नहीं जा सका था।
थाना बड़ागांव के ग्राम दिगारा में बड़ी संख्या में पत्थरों की विशाल खदानें हैं। इनमें लगातार पत्थर खनन का काम चल रहा है। इनमें से दिगारा में आराजी नंबर 1424 में लगभग दस एकड़ की एक खदान श्याम स्टोन के नाम से मनीष जैन निवासी सिविल लाइंस झांसी की है। खदान का काम भूपेश शाह देखता है। खदान में हमेशा की तरह मंगलवार को पत्थर निकालने का काम मजदूरों द्वारा किया जा रहा था। खदान में अन्य श्रमिकों के साथ मप्र के ओरछा के ग्राम जिजौरा निवासी सुनील अपनी पत्नी माया (32) के साथ काम कर रहा था। दोपहर लगभग 12 बजे माया को खदान पर बैठा छोड़ कर सुनील पानी लेने चला गया। उसी समय अचानक खदान में कई फुट ऊंचाई पर अचानक मिट्टी और एक बड़ी चट्टान धसक कर पत्थरों के साथ तेज रफ्तार में गिरे। इसके कारण माया को बचने का मौका नहीं मिला और वह पत्थरों के मलवा में दब कर गुम हो गई। सुनील पानी लेकर लौटा तो पत्नी माया की तलाश की तो पता चला कि पत्थरों व मिट्टी के धंसने से माया दब गई है।

सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और पांच एलएनटी व पोकलैंड मशीनों की सहायता से पत्थरों को हटाकर महिला के शव की तलाश का सिलसिला शुरू कर दिया गया। इस खबर से क्षेत्र में अफरातफरी मच गई और खदान पर तमाशबीनों की भीड़ एकत्रित हो गई। लगभग आठ घंटे की मशक्कत के बाद भी शव को निकाला नहीं जा सका। सूत्रों के अनुसार खदान क्षेत्र में अंधेरा हो जाने के कारण महिला के शव की तलाश का सिलसिला रोक दिया गया है।