– डॉ सरावगी को सहारिया समिति में प्रबंधक बनाया

झाँसी। मानवाधिकार दिवस पर समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में सहरिया जनजाति के आदिवासी जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। आदिवासियों का नेतृत्व करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी डॉ.संदीप सरावगी ने 10 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इस दौरान संदीप सरावगी ने कहा सहरिया समुदाय कई वर्षों से अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर अपनी समस्याओं को लेकर अधिकारियों के पास आ रहे हैं। लेकिन अभी तक उनके हित में कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है। गरीब अशिक्षित आदिवासियों की समस्याओं पर कभी भी ईमानदारी से काम नहीं किया गया, समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है। आज सैकड़ों की संख्या में आदिवासियों के साथ पहुंचकर जिलाधिकारी से पुनः न्याय की गुहार लगाई है।

डाँ. संदीप सरावगी ने मांगों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सहरिया समुदाय को ललितपुर की तरह झांसी में भी अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया जाए, आदिवासियों के आवश्यक दस्तावेज कैंप लगाकर बनवाए जाएं। ग्रामीण क्षेत्रों में आदिवासियों को आवास व कृषि हेतु भूमि के पट्टे दिए जाएं, शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में आवासी योजना का लाभ दिया जाए, सहरिया जनजाति की बस्तियों से अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाई जाए। वर्ष 2014 में ग्राम बछौनी में 20000 सहरिया आदिवासियों को डेढ़-डेढ़ एकड़ जमीन के पट्टे दिए गए थे।जिसकी नपाई 2021 में हुई और अभी तक आदिवासियों को जमीन पर कब्जा नहीं मिल पाया है। पढ़े-लिखे युवा सहरिया आदिवासियों को विशेष भर्ती अभियान चलाकर सरकारी नौकरी दिलवाना चाहिए, महिलाओं के लिए घर पर ही स्वरोजगार की व्यवस्था की जाए, सभी का श्रम विभाग में पंजीकरण शिविर लगाकर किया जाए, सरकारी आवासों के निर्माण हेतु मनरेगा द्वारा जो 90 दिन मजदूरी का पैसा मिलता था वह अब 40 से 50 दिन का ही मिल रहा है जिसकी जांच करवा कर आदिवासियों को न्याय दिलाना चाहिए।

इस दौरान सहरिया समाज के अध्यक्ष गोपाल सहरिया ने डॉ. संदीप सरावगी को समिति में प्रबंधक की जिम्मेदारी सौंपी। इस अवसर पर अध्यक्ष गोपाल सहरिया, दिनेश कुमार सहरिया, रानी सहरिया, दिनेश सहरिया, रामकुमार सहरिया आदि उपस्थित रहे।