झांसी। लगभग तीन वर्ष से गेहूं खरीद में लगभग 36 लाख रुपये का गोलमाल कर फरार चल रहे आरोपी को सीआइडी की कोऑपरेटिव सेल टीम ने स्थानीय पुलिस की मदद से दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया।
बताया गया कि वर्ष 2019 में झाँसी के बड़ागाँव में गेहूं खरीद केंद्र के प्रभारी के रूप में थाना कोतवाली क्षेत्र के डड़ियापुरा निवासी शुभम साहू पुत्र मोहनलाल साहू कार्यरत था। उसने क्रय केंद्र पर 6500 कुंतल गेहूं की खरीद की। जबकि एफसीआई में 4600 कुंतल गेहूं ही जमा किया। इस तरह उसने 1900 कुंतल गेहूं गायब कर दिया। जिसकी कीमत लगभग 36 लाख रुपये आंकी गयी। एफसीआई के तत्कालीन क्षेत्रीय प्रबंधक बुद्ध विलास कुशवाहा ने जब जांच में यह मामला पकड़ा तो उन्होंने शुभम साहू से पूछताछ की। आरोप है कि मामला प्रकाश में आने पर शुभम साहू ने अपने साथी संतोष श्रीवास के साथ मिलकर क्षेत्रीय प्रबंधक को धमकी दी। इसके बाद थाना बड़ागाँव में शुभम साहू के खिलाफ धारा 409, 420, 204 आइपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया।

विवेचना में शुभम को गबन का दोषी माना गया, जिसकी भनक लगते ही वह फरार हो गया। जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गयी। शासन ने इस मामले को कोऑपरेटिव सेल सीआइडी को सौंप दिया। तभी से सीआईडी टीम शुभम के पीछे लगी थी। लेकिन वह लगातार चकमा दे रहा था। इसी बीच एक सूचना पर सीआईडी की टीम डिप्टी एसपी अबरार अहमद के नेतृत्व में झाँसी आ पहुँची। टीम ने कोतवाली पुलिस से सहयोग लेकर शुभम को मिनर्वा चौराहे के पास से दबोच लिया। बताया गया कि शुभम के सहयोगी संतोष श्रीवास पर भी टीम ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है, उसकी भी जल्द गिरफ्तारी की संभावना है। टीम में निरीक्षक राजनाथ यादव, सहायक उपनिरीक्षक नरेंद्र दीक्षित, हेड कांस्टेबल सुरजीत सिंह, कांस्टेबल संजय सिंह शामिल रहे।