– ‘इंजीनियरिंग के बाद करियर के अवसर ‘ विषय पर वेबिनार सम्पन्न

झांसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्याल के अभियांत्रिकी संस्थान एवं ऐस इंजीनियरिंग अकादमी और इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनोवेशन कॉउन्सिल के तत्वाधान में ‘इंजीनियरिंग के बाद करियर के अवसर ‘ विषय पर वेबिनार को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कुलपति प्रो मुकेश पांडेय ने कहा की इस तरह के मोटिवेशनल प्रोग्राम, व्यक्तित्व विकास, के कार्यक्रमों से छात्रों की समस्याओं का निराकरण होता है। इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में समय समय पर आयोजित होते रहें ताकि छात्रों को इमर्जिंग क्षेत्र में काम करने और उनमें शोध करने में प्रोत्साहन मिलता रहे। उन्होंने कहा की पढाई और प्रयोगात्मक शिक्षा के साथ साथ प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त करना , साक्षात्कार में सफल होने के लिए विशेष अध्ययन की आवश्यकता है। प्रश्नो के उत्तर सकारात्मक दृष्टिकोण से देना, ये एक्सप्लोजर छात्रों को समय समय पर प्राप्त होना आवश्यक है। कई छात्र डिज़ाइन इंजीनियर, प्रोडक्शन इंजीनियर बनना चाहते हैं जिसके लिए उन्हें सही दिशा की आवश्यकता है। छात्र की प्रतिभा को बढ़ाना शिक्षक की प्रथम प्राथिमिकता होनी चाहिए। नयी शिक्षा नीति के अनुसार एम्फेसिस एक्सप्रिएंस लर्निंग पे दिया गया है।

विशिष्ट अतिथि डीन इंजीनिरिंग प्रो एम एम सिंह ने छात्रों को तकनिकी शिक्षा में नए अवसरों के बारे में बताया। ऐस इंजीनियरिंग अकादमी के वक्ता अनीश सिंह राजपूत ने इंजीनियरिंग के छात्रों को गेट एग्जाम की तैयारी के बारे में विस्तार से बताते हुए विषयों की विशेषता, अंक अर्जित करने के उपाय के बारे में बताते हुए कहा की इंजिनीरिंग के छात्रों को दूसरे साल से ही तैयारी में लग जाना चाहिए। उन्होंने इंजिनीरिंग की परीक्षा के बारे में विषय के अंक परीक्षा का समय बताया और विदेश से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बारे में जानकारी देते हुए बताया की गेट की परीक्षा के बाद भी विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में जाने के लिए छात्रों को बताया की कंपनी के प्रोफाइल के हिसाब से अध्यन कर कोडिंग और डीसाइनिंग में विशेष ध्यान दे इसके बाद प्रश्न उत्तरी अंतराल में 50 से अधिक छात्रों के प्रश्नों और समस्याओं का उत्तर दिया। वेबिनार के दौरान 400 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का सञ्चालन समन्वयक इं राहुल शुक्ला ने और आभार डॉ ऐ ० पी ० ऐस गौर ने किया। इस दौरान प्रो अपर्णा राज , इंजी ब्रजेश लोधी ,इंजी अनुराग कुमार ,डॉ ललित गुप्ता ,इंजी मुकुल सक्सेना ,इंजी विशाल आर्य ,इंजी शशिकांत वर्मा ,इंजी साक्षी दुबे ,हर्ष सिंह ,आशुतोष तिवारी अदि मौजूद रहे।