– शरीर के कई हिस्सों में जख्मों ने उंगली हत्यारों की निर्दयता की कहानी

झांसी। झांसी-शिवपुरी हाईवे पर जनपद के थाना सीपरी बाजार क्षेत्र अंतर्गत रॉयल सिटी की पुलिया के पास मिले रक्त रंजित युवा व्यवसायी कमलेश यादव (30) पुत्र शोभाराम की मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सुलझ गई है। कमलेश को दो गोलियां मार कर हत्या की गई थी, उसके शरीर के हिस्सों पर जख्म के निशान निर्दयता की दास्तां बयां कर रहे थे।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक कमलेश को सीने में सटा कर पिस्टल से एक गोली मारी गई जबकि दूसरी हाथ में लगी थी। गोली सीने को चीरते हुए पीठ से आर-पार हो गई। गोलियां मारने से पहले उसको निर्ममता पूर्वक पीटा गया था। उसके शरीर में बीस से अधिक छोटे-बड़े घाव मिले हैं। फिलहाल हत्या के छत्तीस घंटे बाद भी पुलिस को हत्यारों का सुराग मिलना तो दूर हत्या का कारण ही पता नहीं चल पाया है।

गौरतलब है कि शुक्रवार की रात दतिया के थाना जिगना के कमराई गांव के मूल निवासी कमलेश यादव का रक्त रंजित शव झांसी-शिवपुरी हाईवे पर रायल सिटी की पुलिया के पास मिला था। शव मिलने के बाद पुलिस दुर्घटना एवं हत्या की पहेली में उलझी रही। शनिवार की सुबह डॉक्टरों के पैनल ने कमलेश के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम में पूरी तरह साफ हो गया कि कमलेश की मौत दो गोलियां लगने से हुई थी। बदमाशों ने सीने में सटाकर पिस्टल से उसे गोली मारी जबकि दूसरी गोली हाथ में लगी थी। कमलेश के शरीर में कई हिस्सों में चोटों के तमाम निशान मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हुआ कि रॉड से मारकर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई। हमलावरों का मकसद उसकी हत्या करना था।

पुलिस के हाथ खाली, नहीं मिला सुराग
कमलेश की हत्या के छत्तीस घंटे बाद भी न हत्यारों का सुराग मिला और न ही कारणों का। परिवार के लोगों ने किसी तरह की रंजिश की बात से इंकार किया है। ऐसे में पुलिस कमलेश के मोबाइल फोन की सीडीआर समेत पैसों के लेन-देन का ब्यौरा खंगालने में जुटी है। घटना के आसपास की जगह की सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है। पूछताछ में पता चला कि कमलेश सुरक्षा के लिहाज से बांउसर लेकर चलता था लेकिन, तबियत खराब होने से वह छुट्टी पर था, कमलेश की हत्या की खबर मिलते ही वह झांसी आ गया। मोबाइल फोन कमलेश की गाड़ी के अंदर मिला। गाड़ी में भी कोई नुकसान नहीं हुआ है। जिस जगह कमलेश का शव मिला, आसपास वहां अधिक खून बिखरा हुआ नहीं मिला। ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा कि कमलेश की हत्या कहीं दूसरी जगह करके हत्यारे यहां उसका शव फेंक कर फरार हो गए।

कुछ समय में करोड़ों का बना मालिक
प्रापर्टी कारोबारी, जिम संचालक कमलेश यादव ने बहुत कम समय में ही बेशुमार दौलत एकत्र कर ली। कमलेश के गांव वालों का कहना है पहले वह दतिया के कमराई गांव में रहता था। पारिवारिक काम दूध बांटने में परिवार की मदद करता था। झांसी तक दूध बांटने भी आता था। पिता मायाराम कई वर्ष पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए। घर मेें बड़ा भाई राजेश है। राजेश दतिया में पैतृक गांव में रहता है। मां भी उसी के संग रहती है जबकि कमलेश ने करीब छह माह पहले रक्सा इलाके में करौंदी माता मंदिर के पास एक करोड़ में आलीशान घर खरीदा था। इन दिनों यहीं वह पत्नी एवं दो बच्चों के साथ रहता था। गांव के लोग भी उसके इतने कम समय में करोड़ों की दौलत बना लेने से हैरान थे। उनका कहना है कारोबार के नाम पर उसने कुछ समय पहले प्रापर्टी डीलिंग का काम शुरू किया था। इस समय एक जिम भी वह चला रहा था। उसके पास दस युवकों का एक ग्रुप भी था, जो सिर्फ कमलेश के लिए काम करता था। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आखिर कुछ ही वर्षों के भीतर कमलेश ने कैसे करोड़ों की संपत्ति हासिल की। हत्या के पीछे प्रापर्टी को लेकर पैसों के विवाद की भी पुलिस पड़ताल कर रही है। फिलहाल पुलिस के हाथ अभी तक कोई भी ठोस सुराग नहीं आए हैं। उधर, सीपरी बाजार थाने में भाई राजेश की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

सोशल मीडिया पर एक्टिव था कमलेश
फेसबुक पर 3829 एवं इंस्टाग्राम में 6473 थे फॉलोवर
फेसबुक एवं इंस्टाग्राम में कमलेश वह बेहद एक्टिव रहता था। पैसा कमाने के अलावा उसे स्टाइलिश तरीके से रहना पसंद था। फेसबुक में उसके 3829 फालोअर थे जबकि 6473 लोग इंस्टाग्राम में उसे फॉलो करते थे। शाही अंदाज में रहने वाली तस्वीरें रोजाना वह अपलोड करता था। सोने की मोटी चेन समेत महंगी-महंगी गाड़ियों भी उसके पास थी। गुडगांव में भी उसने बंगला लिया था। देश-विदेश के चर्चित जगहों पर अकसर वह अपने दोस्तों के साथ घूमता रहता था।