झांसी। शीतकाल के दृष्टिगत रेलवे में सभी क्षेत्रों में संरक्षा व्यवस्था पर जोर दिया जा रहा है I इसी क्रम में 31 जनवरी को मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष द्वारा झाँसी-बीना रेलखंड पर गाडी सं 12808 समता एक्सप्रेस से जोड़े गए निरीक्षण यान के माध्यम से विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया गया तथा वापसी में गाडी सं 20416 महाकाल एक्सप्रेस से इंजन में फुटप्लेटिंग निरीक्षण किया गया I इस दौरान डीआरएम द्वारा ट्रेन क्रू को संरक्षित ट्रेन संचालन हेतु लगातार काउन्सिल तथा प्रेरित कर निर्देशित किया की वह संरक्षा नियमों का शत प्रतिशत पालन करते हुए ट्रेन संचालन सुनिश्चित करें I इस दौरान वरिष्ठ मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार अभियंता श्री अमित गोयल, वरिष्ठ मंडल अभियंता (मध्य) श्री शोभनाथ तथा सहायक मंडल अभियंता, रेल पथ निरीक्षक आदि उपस्थित रहे I

गौरतलब है कि फुटप्लेटिंग निरीक्षण के अंतर्गत अधिकारियों द्वारा इंजन में खड़े होकर यात्रा करते हुए लोको पायलट तथा सहायक लोको पायलट की सतर्कता, सजगता एवं ज्ञान की परख की जाती है I इसी तरह विंडो ट्रेलिंग’ निरीक्षण एक विशेष निरीक्षण होता है जिसमे रेल पथ एवं उसके पास के सभी इंस्टांलेशनो जैसे सिगनल, ओएचई, प्लेटफॉर्म इत्यादि का चलती हुई गाड़ी मे लगे निरीक्षण यान की पिछली खिड़की से निरीक्षण किया जाता है। निरीक्षण के दौरान मार्ग मे पड़ने वाले स्टेशनों की सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं, राइडिंग क्वालिटी विशेष तौर से प्वॉइंट एवं क्रॉसिंग पर ट्रैक ज्योमेट्री इंडेक्स मे सुधार, ओएचई की स्थि‍ति को देखा जाता है I झाँसी-बीना रेलखंड के निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक द्वारा तीसरी लाइन का कार्य देखा तथा समीक्षा की I

 रेल प्रशासन द्वारा संपूर्ण रेल मार्ग पर रात्रिकालीन पेट्रोलिंग के लिए खंडवार ट्रैकमैंनों को नियुक्त किया गया है। इसी क्रम में शीतकाल में ट्रैकमैनों द्वारा की जाने वाली इस कठिन पैदल निरीक्षण ड्यूटी का जायजा लेने और ट्रैकमैनों के मध्य उत्साहवर्धन करने के उद्देश्य से मंडल के अधिकारीयों एवं रेल पथ निरीक्षकों द्वारा भी शीतकाल में विशेषतौर पर फुटप्लेटिंग तथा औचक निरीक्षण किये जाते है ।