– स्वास्थ्य व आबकारी विभाग ने संयुक्त बैठक कर विषाक्त मंदिरा के सेवन के उपचार का रोडमैप बनाया
झांसी। अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य, उ.प्र. शासन व आबकारी आयुक्त उ.प्र. के निर्देश पर आज स्वास्थ्य विभाग व आबकारी विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त बैठक कर विषाक्त मंदिरा के सेवन से बीमार व्यक्तियों के आपतकालीन इलाज पर गहन मंथन पर त्वरित कार्यवाही का रोडमैप तैयार किया। आयोजित की गई इस मण्डलीय कार्यशाला में झाँसी मंडल की अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ अल्पना बरतरिया ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश शासन के प्राप्त निर्देशों के अनुसार किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेगा।
उक्त कार्यशाला में विषाक्त मंदिरा के सेवन से बीमार व्यक्तियों के आपातकालीन उपचार के  प्रोटोकाल/एस.ओ.पी. पर पीपीटी के माध्यम से जिला चिकित्सालय झाँसी के फिजिसियन डॉ के पी सिंह ने विस्तार से बताते हुए कहा कि सूचना मिलते ही मरीज को डायलिसिस की व्यवस्था वाले स्वास्थ्य केंद्र तक जल्दी से जल्दी मरीज को चिकित्सालय तक पहुंचाया जाए ताकि विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में इलाज संभव हो सके।
संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ आर के सोनी ने बताया कि जब भी इस तरह की घटना हो तो मरीज को चिकित्सालय लाते समय बायीं करवट लिटाकर व सिर नीचे कर लाना लाभदायक होता है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी झांसी डॉक्टर एनके जैन ने कहा कि ऐसे मरीजों के उपचार के लिए इंजेक्शन फॉर्मेपीजोले की आवश्यकता होती है जो शीघ्र ही अब झांसी में उपलब्ध होगा।
आबकारी उपायुक्त सुनील कुमार मिश्रा ने कहा कि मरीज के उपचार के लिए आवश्यक एथेनॉल की व्यवस्था उनके स्तर से जाएगी तथा स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर हम किसी भी बिषम परिस्थितियों से निपटने की तैयारी करेंगे। बैठक में उपस्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मंडलीय परियोजना प्रबंधक  आनंद चौबे ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में एम्बुलेंस की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से की जाएगी।
बैठक में जिला आबकारी अधिकारी झाँसी प्रमोद कुमार, ललितपुर सुभाष सोनकर, सहायक प्रवर्तन आयुक्त आबकारी प्रमोद कुमार, मंडल के तीनों जिलों के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
विषाक्त मंदिरा के मरीज को इलाज तक लाते हुए ध्यान दें
1. मरीज को बायीं करवट लिटाकर एम्बुलेंस लाएं।
2. मरीज का सिर उसके शरीर से थोड़ा नीचे रखें
3. यदि मरीज उल्टी करे तो वह अंदर वापस ना जाए, ध्यान रखा जाए।
4. जल्दी से जल्दी चिकित्सालय लाया जाए.