झांसी। हाईकोर्ट क्लर्क की परीक्षा देकर लौट रहे एक युवक की ट्रेन में मौत हो गई। इसकी सूचना परिजनों को दी गई। वह उक्त परिवार में आखिर चिराग था। वह भी बुझ गया।
सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के गोंदू कंपाउंड निवासी चंद्र पाल सिंह यादव रेलवे में टेक्नीशियन के पद से सेवानिवृत्त हुआ था। कुछ दिन पहले वह पत्नी योगेन्द्र देवी के साथ दर्शन करने के लिए द्वारिका गए थे। वहीं, उनका बेटा शैलेन्द्र सिंह यादव दो दिन पहले हाईकोर्ट क्लर्क का पेपर देने जयपुर गया था। पेपर देकर वह रविवार रात को घर लौट रहा था। रात 11 बजे घर वालों की शैलेन्द्र से लगातार बातचीत हो रही थी। परिजनों ने फोन लगाया तो बगल वाले यात्री ने फोन उठाकर बताया कि शैलेन्द्र की तबीयत खराब है। वह झाँसी स्टेशन पर पहुंच गए हैं। करीब ढाई बजे ट्रेन झाँसी पहुंचा। तब रेलवे डॉक्टर व रेलवे प्रशासन ने देखा तो उस समय शैलेन्द्र बेहोश था। परिजन उसे मेडिकल कालेज ले गए। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था। हृदय गति रुकने से शैलेंद्र की मौत हुई है।

परिजनों का कहना है कि चंद्रपाल के तीन बेटे थे। दस साल पहले बड़े बेटा कल्याण सिंह की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। पांच साल बेटे पवन सिंह की बीमारी से मौत हुई थी। अब शैलेन्द्र की मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।