– लेखा विभाग के तुगलकी आदेश से कर्मचारी त्रस्त

झांसी। झांसी रेल मंडल में लगभग 12000 कर्मचारी कार्य करते हैं जो कि नियमित रूप से रात्रि पाली एवं यात्रा करते हुए रेलवे का अनुच्छेद कार्य पूरे करते हैं इसके लिए रेलवे विभाग द्वारा नियमानुसार अलग-अलग कोठियों के तहत उनको भत्ते दिए जाते हैं। इसके अलावा झांसी मंडल में कई ट्रेनीज और अप्रेंटिस भी कार्य कर रहे हैं जिनकी कई महीनों की तनख्वाह भी लगाई जानी होती है लेकिन पिछले दिनों लेखा विभाग के द्वारा एक फरमान जारी किया गया है जिसमें यह आदेश दिए गए हैं कि झांसी मंडल में कार्यरत सभी कर्मचारियों को केवल मकान किराया भत्ता व महंगाई भत्ता ही देय होगा इसके अलावा अन्य किसी भी प्रकार की कोई भत्ते नहीं दिए जाएंगे।

कर्मचारियों का आरोप है कि उक्त इस आदेश को जारी करने के पहले किसी से किसी भी के अनुमोदन का उल्लेख नहीं किया हैं । इससे ऐसा प्रतीत होता है कि लेखा अनुभाग के द्वारा अन्य कर्मचारियों की कोई परवाह नहीं है । झांसी मंडल के रेल कर्मचारियों के ऊपर पारिवारिक जिम्मेदारियों होने के कारण इस प्रकार की आर्थिक कटौती उनके ऊपर एक बहुत बड़ा कुठाराघात प्रतीत होता है जबकि रेल विभाग द्वारा उनके वेतन से अन्य प्रकार की कटौती यों को पूर्ण की तरह ही काटा जा रहा है जिससे नियमित वेतन पूर्व से कम हो जाएगा और उनके ऊपर बच्चों की शिक्षण व अन्य खर्चों का भार अतिरिक्त होगा ।