– अभाविप कानपुर प्रांत का 61 वां प्रांत अधिवेशन उरई में संपन्न, नवीन कार्यकारणी घोषित

उरई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 61 वां प्रांत अधिवेशन राजकीय मेडिकल कॉलेज, उरई में संपन्न हुआ। प्रान्त अधिवेशन में घोषित हुई नवीन कार्यकारणी में झाँसी महानगर का दबदबा रहा. डॉ श्रीहरि त्रिपाठी, सहायक आचार्य, हिंदी विभाग बुविवि एवं अंजू गुप्ता, शिक्षिका, लोक मान्य तिलक कन्या इंटर कॉलेज को पुनः प्रान्त उपाध्यक्ष बनाया गया. डॉ कौशल त्रिपाठी, सहायक आचार्य, पत्रकारिता विभाग बुविवि को प्रान्त राष्ट्रीय कला मंच प्रमुख एवं डॉ ब्रजेश परिहार, ललित कला विभाग बुविवि को प्रान्त स्टूडेंट फॉर सेवा (एसएफएस) प्रमुख का दायित्व प्रदान किया गया. छात्र कार्यकर्ताओं में मनेंद्र सिंह गौर को प्रान्त राज्य  विश्विद्यालय कार्य संयोजक, उदय राजपुत को प्रान्त सहमंत्री, रश्मि कुशवाहा को सह प्रान्त कला मंच संयोजक, सिद्धान्त मिश्रा सदस्य प्रान्त कार्यसमिति, ध्रुव शर्मा को प्रान्त एग्रिविजन संयोजक का दायित्व दिया गया. प्रान्त कार्यकारणी सदस्य के रूप में रसकेन्द्र गौतम, शिक्षक, मोनिका वर्मा, अंजली कुशवाहा, अजेंद्र नायक एवं विजय राणा के नाम की घोषणा हुई. झाँसी से महानगर अध्यक्ष डॉ बृजेश मिश्रा, विभाग संगठन मंत्री आकाश कुशवाह, जिला संगठन मंत्री, हरी ओम जयसवाल, पूर्व जिला संगठन मंत्री अजय यादव, जिला संयोजक आयुष उपाध्याय, तहसील संयोजक जैवर्धन मिश्रा एवं सादाब खान, बुविवि ईकाई अध्यक्ष प्रतीक द्विवेदी के साथ ६० से अधिक कार्यकर्ताओं ने अधिवेशन में भाग लिया।

इसके पूर्व डीएवी कॉलेज हिंदी के सहायक आचार्य डॉ यतीन्द्र सिंह को पुनः प्रांत अध्यक्ष एवं अभाविप कन्नौज के कार्यकर्ता विक्रांत अग्निहोत्री को प्रांत मंत्री का दायित्व प्रदान किया गया। निर्वाचन अधिकारी अभाविप प्रांत उपाध्यक्ष अंजू गुप्ता ने उद्घाटन सत्र में दोनों दायित्व की घोषणा करते हुए निर्वाचन विधि से सभी को अवगत कराया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुकेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि विद्यार्थी परिषद एक अनुशासित छात्र संगठन है। जो राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक सकारात्मक कार्यों के लिए संघर्ष करता है। नैतिक बल पर आधारित छात्र आंदोलन को समाज का भी समर्थन मिलता है। उन्होंने छात्रों से अनुशासन के साथ शिक्षा और सामाजिक उत्तरदायित्व के बीच संतुलन बनाकर कार्य करने का आग्रह किया। मुख्य वक्ता अभाविप राष्ट्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह तोमर ने वर्तमान में राष्ट्र के समक्ष खड़ी चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा की हमें तथाकथित बुद्धिजीवियों के एक वर्ग द्वारा दक्षिणपंथी या एक्सट्रीम राइट कह कर दुष्प्रचार किया जाता है। हम केवल राष्ट्रवादी। राष्ट्रवादी की परिभाषा राष्ट्र हित है, इसके अलावा कुछ नहीं। अभाविप को अपने संपर्क अभियान को तेज करना होगा जिससे अधिक से अधिक छात्रों को संगठन से जोड़ा जा सके।
भाषण सत्र के प्रमुख वक्ता अभाविप राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रोफेसर राजशरण शाही ने अभाविप के 75 वर्षों के कार्यकाल के प्रमुख बिंदुओं की रूपरेखा से छात्रों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि अभाविप कोई चुनावी छात्र संगठन नहीं है बल्कि सतत कार्य करने वाला संगठन है। अंतिम सत्र में नवनिर्वाचित प्रांत अध्यक्ष डॉ यतींद्र सिंह ने नवीन कार्यकारिणी की घोषणा की। अभाविप कानपुर प्रांत संगठन मंत्री अंशुल विद्यार्थी द्वारा सभी नवीन दायित्व प्राप्त कार्यकर्ताओं को शुभेच्छा दी गई। अधिवेशन में  कानपुर प्रांत के कुल 16 जिले के 1000 से अधिक छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की। इस अवसर पर अनेक पूर्व अभाविप कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, सम्मानीय नागरिक जन,  समान विचारधारा परिवार के कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की।