– ट्रेन में जेब काटकर 91 हजार रुपए उड़ाए

झांसी। यह हकीकत है कि ट्रेनों में सुरक्षा के वायदे व दावे वास्तविकता से दूर हैं। भीड़भाड़ में कब किस यात्री का सामान गायब हो जाए कहा नहीं जा सकता। यदि चोरी हो जाए तो फिर रिपोर्ट दर्ज कराना आसमान से तारे तोड़ कर लाने के समान है।

दरअसल, कुरुक्षेत्र से चलकर खजुराहो जाने वाली गीता जयंती एक्सप्रेस के कोच नम्बर एस-2 की सीट नम्बर सात पर सवार मनोज कुमार अहिरवार अपनी पत्नी के साथ यात्रा कर रहे थे। यात्री की शिकायत है कि वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन के पास अज्ञात चोर उसकी पत्नी का बैग लेकर चलती गाड़ी से कूंदकर रफूचक्कर हो गया। यात्री ने इसकी शिकायत जीआरपी व आरपीएफ को दी। मनोज कुमार की माने तो बैग में सोने का हार, कान की झुमकी, पायल व 60 हजार रुपये नगदी सहित करीब 1,78000 रुपये का सामान रखा हुआ था।

दूसरी घटना दिल्ली जाने वाली श्रीधाम एक्सप्रेस में हुई। यात्री की शिकायत है कि ललितपुर स्टेशन पर उसने खाना खाया व सीट पर लेट गया। बबीना के पास जब उसकी आंख खुली तो देखा बदमाश उसकी जेब काटकर 91 हजार रुपये चोरी कर भाग गया। जेब कटने पर घबराकर यात्री ने कोच में अन्य यात्रियों से जानकारी तो कोच में सवार यात्रियों ने बताया कि कुछ लोग गाड़ी धीमी होने पर बबीना स्टेशन पर उतरकर भाग गये। पीड़ित ने इसकी शिकायत जीआरपी थाने व एसपी रेलवे मोहम्मद इमरान से की। एसपी रेलवे ने मामला संज्ञान में लेते हुये तत्काल एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिये। साथ ही यात्री ने आरोप लगाते हुये एसपी रेलवे को बताया कि जीआरपी कर्मी उसे प्लेटफार्म पर मिले तो उन्होंने कहा कि आगरा पहुंचकर रिपोर्ट करा देना। सिपाहियों ने कहा कि आगरा में रिपोर्ट दर्ज कराते समय घटना स्थल ग्वालियर व आगरा के बीच बताना। इस मामले को गम्भीरता से लेते हुये एसपी रेलवे ने उक्त सिपाहियों को चिंहित कर कार्रवाई के आदेश दिये।