-, किसानों ने दिया ज्ञापन में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी एवं खनिज अधिकारी लगाए आरोप

झांसी। बुंदेलखंड के किसान नेता गौरीशंकर विदुआ ने बालू व पत्थर के अंधाधुंध खनन से पर्यावरण एवं आम आदमी को हो रहे नुकसान पर चिंता व्यक्त करते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की है।

इस संबंध में उन्होंने मंडल आयुक्त को संबोधित ज्ञापन दीपक कुमार मिश्रा प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से किसान नेता विदुआ ने बताया कि पत्थर एवं बालू खनन हेतु खनिज अधिकारी झांसी द्वारा पत्थर खनन पट्टे एवं बालू खनन पट्टे जारी किए गए हैं तथा खनन पट्टा धारकों द्वारा पर्यावरणीय क्लीयरेंस के विरुद्ध निम्न मानक अपनाते हुए अवैध खनन किया जा रहा है। मानक के विपरीत पत्थर की ब्लास्टिंग व बालू खनन की अनियमितताओं एवं ब्लास्टिंग की धमक से कई व्यक्तियों की मृत्यु तक हो गई है कोई मुआवजा शासन की नीति अनुरूप कर्मचारी, श्रमिकों के परिवारों को नहीं दिया गया है। अतः पर्यावरण विभाग, उप जिलाधिकारी, श्रम आयुक्त से जांच कराई जाए दोषी खनन कर्ताओं को चिन्हित किया जाए एवं सूची प्रार्थी को प्रदान की जाए जिससे प्रार्थी द्वारा माननीय NGT में जाकर न्याय हेतु याचिका दाखिल की जा सके।

उन्होंने बताया कि 4 एवं 6 मई को खनिज अधिकारी द्वारा खनन पट्टों की लोक सुनवाई झांसी एवं गरौठा क्षेत्र में बुलाई गई है। उन्हें संदेह है कि इस सुनवाई में मामला रफा-दफा किया जा सकता है। इस महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील मामले में रफा-दफा किए जाने से बेतवा नदी के जलचर एवं पत्थर खनन की ब्लास्टिंग से नभचर यथा- मोर, कौवा, गौरैया, सांप, नेवला, सारस आदि पक्षियों के प्रवास अधिकांश समाप्त हो चुके हैं एवं भविष्य में कोई रोक नहीं लगाई जा पाएगी जिससे जैव विविधता समाप्त हो जाएगी एवं स्थानीय व्यक्तियों को जलवायु परिवर्तन जनित समस्याओं का अत्यधिक सामना करना पड़ेगा एवं विभिन्न संक्रामक रोग उत्पन्न होकर गांव वासियों का जीवन समाप्त कर देंगे |
उन्होंने बताया कि धसान नदी एवं बेतवा नदी पर जाकर स्वयं देखा है कि बालू माफिया जनपद झांसी में अवैध खनन कर रहे हैं। अवैध खनन को रोके जाने के लिए स्थानीय पत्रकार बंधुओं द्वारा समय-समय पर खनन के वीडियो चैनलों पर प्रसारित किए गए हैं परंतु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी एवं खनिज अधिकारी अवैध खनन को एवं खनन तरीके को अनियमित रूप से अपने संरक्षण में प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने सरकार की मंशा के अनुरूप पत्थर एवं बालू खनन के तौर-तरीके पर रोक लगा कर खनन स्थलों पर जैव विविधता कायम कराने की मांग की। इस अवसर पर किसान नेता देवी सिंह कुशवाहा , अरविंद पटेल, पवन तिवारी धनौरा, रोहित यादव, पप्पू पाल आदि मौजूद रहे।