झांसी। अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर सिविल लाइन ग्वालियर रोड स्थित कुंजबिहारी मंदिर में अखिल ब्रह्मांड नायक भगवान श्रीकृष्ण के चरण दर्शन एवं उनकी प्राण प्रियतमा राज राजेश्वरी राधिका सर्वेश्वरी जू की मनोहारी छवि की एक झलक पाने की ललक को मन में संजाये नगर के हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में उमड़ी।

मंदिर में भगवान श्री कुंजबिहारी सरकार के चरण दर्शन का सिलसिला प्रात: 7 बजे से ही शुरु हो गया जो देर रात्रि तक चलता रहा। सायंकाल मंदिर में विराजमान सभी विग्रह मूर्तियों का पावन अभिषेक उपरांत श्रृंगार कर झांकी सजायी गयी तथा भगवान श्री कुंजबिहारी एवं राधिका जू के पावन चरणों में दिव्य एवं भव्य फूल बंगला सजा करअर्पित किया गया। देशी-विदेशी फूलों की महक से कुंजबिहारी मंदिर का प्रांगण महक उठा तो दर्शनार्थी भी भगवान की छवि निहारते ही मोहित हो उनके समक्ष पहुंचते ही सुधबुध खोया सा प्रतीत हो रहा था। महाराज श्री ने बताया कि आज ही के दिन भगवान विष्णु के छठवें अवतार भगवान परशुराम की जयंती है, तो आज ही गंगा अवतरण दिवस का भी पुण्य संयोग है। इस संयोग के चलते प्रातः 9.30 भी भगवान की विशेष आरती की गई जिसमें सैकडों श्रद्धालु पुण्य लाभ अर्जित करने पहुंचे। भगवान को आज विशेष प्रसाद में सत्तू का भोग लगाकर श्रद्धालुओं को वितरित किया गया।

सायंकालीन वेला में शास्त्रीय संगीत संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें बुन्देलखण्ड के ख्याति प्राप्त कलाकारों ने पद गायन किये तथा वातावरण को भक्तिमय बना दिया। इस मौके पर बुन्देलखण्ड धर्माचार्य महंत राधामोहन दास महाराज ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन किया गया कोई पुण्य कभी क्षय नहीं होता, आज ही के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने माता यशोदा सहित सभी ब्रजवासियों को भगवान बद्रीनारायण के चरण दर्शन कराये थे, इसीलिये आज का महत्व और भी बढ़ जाता है। संगीत गायन एवं दर्शनों का सिलसिला देर रात्रि तक चलता रहा। तदुपरांत महंत राधामोहन दास महाराज ने फूलों से ही भगवान की आरती कर पुष्पसेज पर शयन कराया तथा सभी श्रद्धालुओं को भण्डारे का प्रसाद वितरित कर साधु संतों एवं विप्रजनों को दक्षिणा देकर विदाई दी गई। बताते चलें कि आज से प्रारंभ हुई फूल बंगला श्रृंगार सेवा गुरु पूर्णिमा तक (प्रत्येक मंगलवार) जारी रहेगी।