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सांप ने डसा तो बदले में पीड़ित ने मारा पर खुद नहीं बचा 

झांसी। सीमावर्ती मध्य प्रदेश के जिला निबाड़ी कोतवाली क्षेत्र के असाटी गांव में अंधविश्वास व बदले की ऐसी कहानी सामने आई है जिसमें सांप ने एक व्यक्ति को डस लिया तो पीड़ित ने बदला लेने के लिए सांप को तलाश कर मार दिया, किंतु स्वयं भी मौत के आगोश में चला गया। इसके पीछे वह अंधविश्वास रहा जिसमें किंवदंती है कि  सांप के डसने के बाद पीड़ित व्यक्ति अगर उस सांप को मार देता है तो उसका जहर फैलता नहीं है और जान बच जाती है।

दरअसल, शुक्रवार रात निवाड़ी कोतवाली के असाटी गांव निवासी ठाकुरदास केवट (28) पुत्र काशीराम अपने खेत पर सो रहा था। उसी समय एक विषैले सर्प ने उसके पैर में डस लिया। इस पर ठाकुरदास की नींद खुल गई। उसने सांप को भागते हुए देख लिया और शोर मचाकर आसपास के खेतों पर सो रहे लोगों को बुला लिया। इसके बाद ठाकुरदास इलाज और दर्द को भूलकर अंधविश्वास के चलते सांप को मारने के लिए ढूंढने लगा। करीब एक घंटे तक ठाकुरदास सांप को तलाश करता रहा। एक बिल में उसे सांप नजर आया। उसने सांप को बिल से बाहर निकालकर मार डाला।

इसके चलते काफी समय निकल जाने से ठाकुरदास के शरीर में जहर फैलने लगा और वह अचेत हो गया। परिजन उसे लेकर गांव में ही तांत्रिक के पास गए। काफी देर तक वह झाड़-फूंक करता रहा, लेकिन उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी। तांत्रिक के हाथ खड़े कर देने पर देर-रात परिजन उसे लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया। यदि ठाकुर दास को समय पर इलाज मिल जाता तो शायद उसकी मौत नहीं होती।