झांसी। उमरे के झांसी मंडल अंतर्गत ललितपुर रेलवे स्टेशन पर एक बार फिर से आरपीएफ जवान देवदूत बन कर सामने आया, जिसने एक बुजुर्ग महिला को उस वक्त मौत के मुंह से निकाल कर जिंदगी दी, जब तेज रफ्तार ट्रेन उसकी तरफ बढ़ रही थी। जिसने यह दृश्य देखा कलेजा हलक में आ गया। लोगों ने दांतों तले अपनी अंगुली दबा ली और आरपीएफ कर्मी के साहस की सराहना की।

हमेशा लोग ट्रेन पकड़ने की जल्दबाजी में कुछ ऐसा कर बैठते हैं, जो कभी कभी उनकी जिंदगी पर भारी पड़ जाता है, किंतु कभी कोई देवदूत बन उनकी जिंदगी बचाने में सहायक बनता है। अब ऐसा ही एक हादसा ललितपुर रेलवे स्टेशन से सामने आया है, जहां एक वृद्ध महिला यात्री को एक आरपीएफ कर्मी ने 5 सेकंड में जिंदगी लौटा दी। घटना का पूरा वीडियो स्टेशन पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई।

आरपीएफ इंडिया की ट्विटर हैंडल से इस घटना को वीडियो पोस्ट किया गया है, जिसमें लिखा, “साहसी कदम, ललितपुर रेलवे स्टेशन पर हेड कांस्टेबल कमलेश कुमार दुबे ने अपनी जान जोखिम में डालकर एक बुजुर्ग महिला को ट्रेन की चपेट में आने से बचा लिया।”
वीडियो में देख सकते हैं कि प्लेटफॉर्म पर एक RPF जवान ट्रेन को आता देख किसी को हाथ से इशारा करके रुकने के लिए बोल रहा है। फिर उसके बाद इशारों में पीछे जाने के लिए बोल रहा है, लेकिन जब महिला आगे बढ़ गई तो RPF जवान फौरन बुर्जुग महिला का हाथ पकड़कर ऊपर की तरफ खींच लेता है। उसके बाद तुरंत ट्रेन वहां से तेज रफ्तार से गुजर जाती है। यह घटना शनिवार सुबह 3 बजे की बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक महिला यात्री गलत प्लेटफार्म पर चली गई थी। जहां से अपनी ट्रेन लेने के लिए जल्दबाजी में ट्रैक पार करके दूसरे प्लेटफार्म पर आने की कोशिश कर रही थी। आरपीएफ जवान ने अपनी जान जोखिम में डालकर रेल पटरियां पार कर दूसरे प्लेटफॉर्म पर जा रही एक महिला को 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से जा रही ट्रेन के आगे से खींचकर जान बचाई। महिला ने सिपाही को शुक्रिया कहा और लोगों ने सिपाही की बहादुरी की सराहना की।

दरअसल, मध्य प्रदेश के जिला छतरपुर के थाना सटई अंतर्गत ग्राम पड़रिया निवासी महिला रामसखी (65) पत्नी रामसजीवन तिवारी शनिवार रात को छतरपुर से ललितपुर ट्रेन से पहुंची थी। उसे ललितपुर से हरिद्वार जाना था। शनिवार सुबह करीब तीन बजे वह ललितपुर रेलवे स्टेशन पर हरिद्वार की ट्रेन पकड़ने के लिए प्लेटफॉर्म एक से रेल पटरियां पार करते हुए प्लेटफॉर्म नंबर दो पर जाने लगी। इस दौरान प्लेटफॉर्म दो पर मौजूद आरपीएफ जवान कमलेश कुमार दुबे की नजर रेल पटरियां पार करती महिला पर पड़ी और दूसरी ओर से ट्रेन आती दिखाई दी, जिस पर उसने पहले तो चिल्लाते हुए महिला को रोकने का प्रयास किया। जब बुजुर्ग महिला नहीं मानी और वह ट्रेन आने पर प्लेटफॉर्म पर चढ़ने के बाद आगे बढ़ गई तो आरपीएफ जवान ने बिना देरी किए हुए चार से पांच सेकंड में ही महिला को रेल पटरियों से ट्रेन के आगे से प्लेटफॉर्म पर एक झटके में खींच लिया।
महिला और सिपाही प्लेटफॉर्म पर ही गिर पड़े, जबकि ट्रेन तेज गति से निकल गई। महिला की जान आरपीएफ जवान की हिम्मत और सूझबूझ की वजह से बच गई। यह नजारा देख आसपास के लोग दंग रह गए और आरपीएफ जवान को उठाते हुए उसका हाल जाना और उसकी सराहना की। ट्रेन भोपाल की ओर से आ रही थी। ट्रेन की स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा थी।