एनसीआरईएस ने धरना देकर भरी हुंकार, कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों के हनन पर आक्रोश 

Jhansi । नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लाॅईज संघ झांसी के तत्वावधान में वैगन मरम्मत कारखाना झांसी के मुख्य द्वार पर कारखाना में व्याप्त समस्याओं के लंबे समय से निराकरण न होने के कारण एक दिन का धरना आयोजित किया गया।

इस दौरान एन सी आर ई एस के केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष वी जी गौतम के नेतृत्व में चौदह सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्य कारखाना प्रबंधक वैगन मरम्मत कारखाना झांसी के द्वारा की जा रही तानाशाही एवं लोकतांत्रिक तथा संवैधानिक अधिकारों के हनन के विरुद्ध जोरदार तरीके से आवाज बुलंद की |
इस अवसर पर भारत हैवी इलेक्ट्रिकल इम्प्लाॅईज यूनियन (संबद्ध-आई एन टी यू सी) के महासचिव कृष्णा सिंह ने वैगन मरम्मत कारखाना झांसी के कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों की दयनीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते कारखाना प्रबंधन श्रमिकों की जायज मांगों को नहीं मानता है और हठधर्मिता करता है तो स्थिति विस्फोटक होती जाएगी और एक दिन ऐसे हालात हो जाएंगे कि श्रमिक आंदोलन के रास्ते पर अग्रसर हो जाएगा जिससे न तो प्रशासन का भला होगा और न ही देश का |
इस अवसर पर वी जी गौतम ने मुख्य कारखाना प्रबंधक के दोहरे चरित्र पर उंगली उठाते हुए कहा कि जब कारखाना परिसर में श्रमिक शक्ति का दुरूपयोग कर इतने बड़े बड़े पार्क और संरचना का निर्माण कराया जा सकता है तो टैंक वैगन की मरम्मत करने वाले स्थान पर शैड क्यों नहीं बनवाया जा सकता है, जागृति नामक एन जी ओ के माध्यम से कर्मचारियों से अवैध वसूली कर रहे हैं और इस बात की जांच की जाना चाहिए कि झांसी कारखाना में इस एन जी ओ के जितने भी सदस्य हैं वो किस अवधि में बने, क्या वे प्रशासनिक शक्तियों का परोक्ष दुरूपयोग के बाद बनाए गए हैं | कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों के लिए ट्रेड यूनियन एक्ट के अंतर्गत यदि स्वयं के अवकाश के साथ प्रदर्शन किया जाता है तो चुन चुन कर टारगेट किया जाना प्रशासन की ओछी मानसिकता का परिचायक है और संघ इसका पुरजोर विरोध करता है |
उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने दमनकारी नीतियों का त्याग नहीं किया और कर्मचारियों की समस्याओं का सम्मानजनक समाधान नहीं किया तो यह आंदोलन उग्र रूप धारण कर सकता है और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी मुख्य कारखाना प्रबंधक झांसी की होगी |
इस अवसर पर मुख्य वक्ताओं में मंडल अध्यक्ष रामकुमार सिंह, मंडल सचिव भानुप्रताप सिंह चंदेल, मंडल उपाध्यक्ष बी के सिंह, कारखाना की तीनों शाखाओं के सचिव इंद्र विजय सिंह, कामता प्रसाद साहू, संजीव नायक, प्रशासनिक शाखा सचिव संजीवन राय, मुख्य शाखा कोषाध्यक्ष कालू राम, कैरिज वैगन एवं वाणिज्य शाखा अध्यक्ष विक्रम सिंह, ए सी+ डीजल शाखा अध्यक्ष सुभाष चंद्र बोस, सचिव राजेश गुप्ता, विद्युत लोको शाखा सचिव अनिल कुमार शर्मा, बांदा शाखा सचिव के के त्रिपाठी, ललितपुर शाखा सचिव प्रेम चंद मीना, सुनीता झा,दीपिका तिवारी, क्रांति राजपूत, गुंजन साहू इत्यादि ने मुख्य कारखाना प्रबंधक आर डी मौर्या की तानाशाही पूर्ण कार्यशैली पर जोरदार प्रहार किया और कर्मचारियों के उत्पीड़न को तत्काल बंद करने की मांग रखी |
बताया गया है कि मुख्य कारखाना प्रबंधक के द्वारा जितनी ऊर्जा आंदोलन/धरना को रोकने के लिए खर्च की गई यदि उतनी ऊर्जा श्रमिकों की जायज मांगों को पूरा करने में खर्च करते तो कारखाना कर्मचारियों की आधी से ज्यादा समस्याएं समाप्त की जा सकतीं थीं | यदि किसी संस्थान के कर्मचारियों में असंतोष है तो ऐसे संस्थान की प्रगति खोखली है |
इस अवसर पर तपती धूप में भी सुबह दस बजे से लेकर शाम छह बजे तक सैकड़ों की संख्या में श्रमिकों ने धरना दिया | अंत में सभी श्रमिकों का आभार मंडल मीडिया प्रभारी मोहम्मद उमर खान ने व्यक्त किया |