16 जुलाई को मोदी योगी ने किया था शुभारंभ, अफसर परेशान 

जालौन/झांसी । बुंदेलखंड के जिला जालौन के कैथरी गांव से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 16 जुलाई को पूरे देश को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सौगात दी थी। दुर्भाग्य अपने शुभारंभ के एक हफ्ते में ही छिरिया सलेमपुर के पास एक्सप्रेसवे की सड़क धसक गई है। इस सड़क पर करीब दो फीट गहरा गड्ढा हो गया, जिसमें बुधवार को एक कार फंसकर क्षतिग्रस्त हो गई। हड़कंप मचने के बाद अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इस घटना के बाद एक्‍सप्रेस वे की गुणवत्‍ता पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।

दरअसल, उद्धघाटन के 5 दिन बाद जालौन तहसील क्षेत्र के छिरिया सलेमपुर के पास बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की सड़क धंस गई। पिछले 5 दिनों में इस एक्सप्रेस-वे पर 4 मौतें भी हो चुकी है। वहीं, बुधवार रात एक कार और बाइक भी दुर्घटनाग्रस्त हुई है। इसका वीडियो बनाकर लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद यूपीडा के अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया और जालौन डीएम ने यूपीडा के अधिकारी को जानकारी देते हुए जांच के आदेश भी दिए हैं।

देर रात एक्सप्रेस-वे की सड़क धंसने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चाओं का बाजार गर्म होने के साथ ही तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगीं। लोगों का कहना है कि सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन खुद देश के प्रधानमंत्री ने किया लेकिन करोड़ों रुपए भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए। इससे यह साफ जाहिर होता है कि एक्सप्रेस-वे में मानक विहीन व घटिया क्वालिटी के सामान का प्रयोग किया गया है।

जेसीबी लेकर पहुंचे कर्मचारी, अधिकारी रहे परेशान
दरअसल बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे मात्र 28 महीने में बनकर तैयार हुआ है। यूपी सरकार के मुताबिक, कार्यदायी संस्था ने समय से पहले काम पूरा होने पर सरकार के करीब 1132 करोड़ भी बचाए हैं। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी खुद इसकी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे। लेकिन विगत रात बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सड़क धंस जाने के बाद अधिकारी परेशान दिखाई दिए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत के लिए जेसीबी मशीन पहुंचाई गई। मरम्मत कार्य जारी है, साथ सड़क का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है ताकि यदि कहीं सड़क कमजोर है तो मरम्मत कराई जा सके‌।