आडियो में टेंडर को लेकर के चार लाख तक की डिमांड !

 

झांसी। झांसी जिला पंचायत में एक करोड़ से अधिक के टेंडर को लेकर भ्रष्टाचार के वायरल हुए ऑडियो के मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष पवन गौतम ने पलटवार कर इस मामले में विधिक राय लेकर कानूनी कार्रवाई किए जाने की तैयारी शुरू कर दी है।

उन्होंने बताया कि जिला पंचायत में जो भी टेंडर होते हैं, वह शासन-प्रशासन की नीति के अनुसार पारदर्शिता रखने के लिए ऑनलाइन किए जाते हैं। इसमें हर पात्र ठेकेदार शामिल हो सकता है। टेंडर प्रक्रिया को संपादित करने के लिए बकायदा जिला पंचायत की प्रशासनिक विंग काम करती है। इसके अलावा जिलाधिकारी के अधीन कमेटी का गठन कर उसकी देखरेख में टेंडर होते हैं। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऑडियो में उनका नाम बिना वजह घसीटकर तमाम बातें कही जा रही हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार यह समाजवादी पार्टी के जिला पंचायत के कुछ सदस्यों द्वारा रचा गया षड्यंत्र बताया जा रहा है। इस मामले में विधिक राय ली जा रही है और जरूरत पड़ी तो सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

आरोप है कि जिला पंचायत में भ्रष्टाचार की सारी सीमाओं को तोड़ दिया गया है। जिन तालाबों में पानी कभी सूखा ही नहीं उन तालाबों की खुदाई के नाम पर टेंडर निकाला गया और पैसा गबन कर लिया गया जो तालाब पहले से ही खुदे हुए थे उन तालाबों की खुदाई के नाम पर जिला पंचायत में टेंडर निकाला गया और पैसे का गबन कर लिया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्य की जो ऑडियो वायरल हो रही है कम से कम यह खुलासा है कि जिला पंचायत में भयानक भ्रष्टाचार हो रहा है। हालांकी जिला पंचायत अध्यक्ष खुद की रिकॉर्डिंग होने से साफ इंकार कर रहे हैं और इसे साजिश बता रहे हैं फिलहाल जांच का विषय है जिस तरह से एक ऑडियो वायरल होता है जिसमें टेंडर को लेकर के चार लाख तक की डिमांड की गई और सौदा ₹300000 तय हुआ जिला पंचायत में भ्रष्टाचार है और भाजपा की सरकार की जिला पंचायत झांसी घनघोर बदनामी करवा रही है आगे जिला पंचायत से जुड़ी सभी रिपोर्टिंग को जनता में लाकर रखा जाएगा जनता ही फैसला करें कि भ्रष्टाचार कितना और कितना भयानक है।