झांसी में मण्डलीय क्रीड़ा समिति के गठन का निर्देश

झांसी। पूरे एक वर्ष में बुन्देलखण्ड की कला एवं संस्कृति के पुनर्जागरण के लिए समर्पित रहे मण्डलायुक्त डॉ0 अजय शंकर पाण्डेय ने मण्डल मुख्यालय में बुन्देली सांस्कृतिक गतिविधियों को संचालित करने के लिए एक पृथक विंग की विधिवत स्थापना कर दी। मण्डल कार्यालय परिसर में स्थापित एक पृथक भवन को इस विंग के रूप में न केवल चिन्हित कर दिया गया बल्कि भवन के अन्दर समस्त सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए पटल भी स्थापित कर दिया है।

मण्डलीय कला संवर्धन केन्द्र में यह होगी गतिविधियाँ !

ऽ मण्डल स्तर पर चल रहे सांस्कृतिक गतिविधियों के समन्वय का कार्य।
ऽ मण्डलीय सांस्कृतिक समिति की बैठक के आयोजन का कार्य।
ऽ सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े हुए स्थानीय कलाकारों के रोजगार एवं कल्याणपरक गतिविधियों को बढ़ाने का कार्य।
ऽ अपर आयुक्त, प्रशासन इस विंग के प्रभारी अधिकारी के रूप में प्रतिदिन एक घंटे का समय निर्धारित कर यहाँ कला संस्कृति से जुड़े विषयों पर चर्चा कर साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार करेंगे।

ज्ञातव्य है कि इसके पहले मण्डलायुक्त डॉ0 अजय शंकर पाण्डेय ने मण्डल के हर जिले के कलैक्ट्रेट परिसर में सांस्कृतिक पटल की स्थापना के निर्देश दिये थे और यह पटल स्थापित भी हो चुके हैं। इस पटल स्थापना का परिणाम यह होगा कि विकास कार्यों की मासिक समीक्षा के दौरान निर्धारित बिन्दुओं के साथ सांस्कृतिक गतिविधियों के संचालन पर भी एजेण्डा के रूप में चर्चा हो सकेगी। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द के सुपुत्र अशोक ध्यानचन्द के साथ मण्डलायुक्त ने इस कला सांस्कृतिक विंग का भ्रमण किया। श्री ध्यानचन्द ने इस हेतु मण्डलायुक्त का सम्मान किया और उन्होंने यह अनुरोध किया कि मण्डल में अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों को संचालित करने के साथ ही साथ यहाँ खेल को भी संस्कृति का अंग मानते हुए उसके लिए एक समिति का गठन किया जाये। मण्डलायुक्त ने इस परामर्श को तत्काल स्वीकार करते हुए मण्डलीय क्रीड़ा समिति के गठन का निर्देश जारी कर दिया है। इसके साथ ही इसका नाम परिवर्तित कर  ‘बुन्देलखण्ड कला व संस्कृति एवं खेल विंग’ कर दिया गया है।