झांसी। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय सहित आसपास के शोध संस्थानों अन्य विश्वविद्यालय में हो रहे विभिन्न शोधों को टेक्नोलॉजी के रूप में विकसित किए जाने हेतु टेक्नोलॉजी इनेबलिंग सेंटर स्थापित किए जाने संबंधी परियोजना स्वीकृत की गई है, उक्त के अंतर्गत विश्वविद्यालय को आगामी 5 वर्षों के लिए 5 करोड़ का फंड दिया जाएगा I

उक्त परियोजना में सामाजिक सरोकार से जुड़े हुए तकनीकी उत्पादनों को आगे विकसित किए जाने हेतु एक पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित किया जाना है जिसके अंतर्गत प्रथम चरण में मार्केट रिसर्च के आधार पर सामाजिक आवश्यकताओं को समझते हुए रिसर्च प्रोग्राम प्लान किए जाएंगे तदुपरांत उन रिसर्च कार्यक्रमों को टेक्निक व प्रोडक्ट के रूप में विकसित किए जाने हेतु विशेषज्ञों की टीम जिसमें की शोधकर्ता तकनीकी विशेषज्ञ औद्योगिक क्षेत्र के व्यक्ति होंगे द्वारा मेंटर किया जाएगा I उक्त कार्य हेतु संपूर्ण देश एवं विदेश के विभिन्न विशेषज्ञों का एक नेटवर्क स्थापित किया जाएगा जिससे कि प्रयोगशाला में होने वाले शोधों को एक उत्पाद के रूप में विकसित कर सकने में सफलता प्राप्त हो तथा नए-नए स्टार्टअप भी प्रारंभ किया जा सके जिससे कि क्षेत्र के लोगों को आजीविका वह बेहतर जीवन यापन करने के अवसर प्राप्त हो सके I इस परियोजना में श्री बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन की उद्योग के रूप में एक महत्वपूर्ण भूमिका होगी जिसके द्वारा विकसित उत्पादों को देश के सामने प्रस्तुत करने में मदद मिलेगी , झांसी- ललितपुर संसदीय क्षेत्र के माननीय सांसद एवं मैनेजिंग डायरेक्टर बैद्यनाथ आयुर्वेद श्री अनुराग शर्मा का पूरे प्रोजेक्ट के दौरान विशेष सहयोग रहा

उल्लेखनीय है कि उक्त टेक्नोलॉजी इनेबलिंग सेंटर का प्रस्ताव माननीय कुलपति प्रोफेसर मुकेश पांडे जी के नेतृत्व में जनवरी 2022 को भारत सरकार को सबमिट किया गया था जिसका की विशेषज्ञों की 8 सदस्यों की टीम द्वारा गहन मंथन तथा पिछले माह उनके समक्ष किए गए विस्तृत प्रस्तुतीकरण के बाद विश्वविद्यालय की सुविधाओं उपलब्धियों तथा क्षमताओं को दृष्टिगत रखते हुए बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को यह परियोजना स्वीकृत की गई है प्रोजेक्ट का प्रस्तुतीकरण चितकारा विश्वविद्यालय चंडीगढ में विश्वविद्यालय की टीम द्वारा प्रस्तुत किया गया टीम का नेतृत्व कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रो मुकेश पांडे द्वारा किया गया एवं अन्य दो सदस्यों के रूप में डॉक्टर लव कुश द्विवेदी एवं डॉ अनुपम व्यास रहे I
उक्त प्रस्तुतीकरण के दौरान विशेषज्ञों द्वारा लगभग 1 घंटे तक परियोजना के एक्शन प्लान एवं सस्टेनेबिलिटी पर विस्तार पूर्वक चर्चा उनके सारे सवालों की उत्तम तरीके से दिए गए जवाब के उपरांत यह परियोजना प्राप्त करने वाला बुंदेलखंड विश्वविद्यालय संपूर्ण बुंदेलखंड क्षेत्र का एकमात्र विश्वविद्यालय होगा I
उक्त परियोजना कुलपति जी के निर्देशन में संचालित की जाएगी तथा डॉ लवकुश द्विवेदी सह समन्वयक होंगे परियोजना का संचालन बुंदेलखंड विश्वविद्यालय इनोवेशन सेंटर में किया जाएगा।