– संरक्षित गोवंश का स्वास्थ्य अच्छा ना होने पर डीएम नाराज, समुचित इलाज के दिए निर्देश
झांसी। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने सोमवार को राजकीय पशु एवं कृषि प्रक्षेत्र भरारी का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जनपद में लम्पी रोग की रोकथाम की व्यवस्था के बारे में भी ली जानकारी।
 जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान थारपारकर गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन संबंधित व्यवस्थाओं की जानकारी ली और मौके पर उपलब्ध व्यवस्थाओं को देखा। मौके पर पशुचिकित्साधिकारी प्रक्षेत्र, भरारी द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में 191 हे0 भूमि पर राजकीय पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र संचालित है, जिसमें थारपारकर गोवंश का संरक्षण एवं संर्वधन, हरा चारा उत्पादन एवं चारा बीज उत्पादन किया जाता है व विभिन्न जनपदों को चारा बीज भेजा जाता है।
 जिलाधिकारी ने पशुचिकित्साधिकारी प्रक्षेत्र, भरारी से राजकीय पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र, भरारी की भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण होने के बारे में जानकारी ली गई। उन्होंने कहा कि यदि जनपद में विभागीय भूमि पर कहीं पर भी अतिक्रमण है तो तत्काल जानकारी दें ताकि उसे अतिक्रमण मुक्त कराया जा सके।
 इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने भरारी में स्थित विभिन्न बाड़ों में संरक्षित नर, मादा, बछड़ा गोवंश को देखा गया। निरीक्षण के दौरान कुछ बाड़ों में संरक्षित गोवंश का स्वास्थ्य अपेक्षानुरूप नहीं पाये जाने पर असंतोष व्यक्त किया, उन्होंने गोवंश को समुचित आहार प्रदान किये जाने के साथ ही समुचित चिकित्सीय सुविधा दिए जाने के निर्देश दिए।
 जिलाधिकारी द्वारा संरक्षित कुल गोवंश के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने पर अवगत कराया गया कि वहां कुल 579 गोवंश हैं, जिसमें से 62 दूध देने वाली गायें हैं, जिनसे प्राप्त दूध का उनके द्वारा ई-टेण्डर के माध्यम से चयनित विक्रेता को विक्रय किया जाता है। इसके अतिरिक्त कुछ बाड़ों में साफ-सफाई का अभाव भी पाया गया। निर्देश दिए गए कि बाड़ों में समुचित साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए।
 जिलाधिकारी ने राजकीय पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र,भरारी की अप्रयुक्त भूमि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की एवं निर्देश दिए गए कि शीघ्र ही अप्रयुक्त भूमि के सम्बन्ध में जानकारी उपलब्ध कराई जाए, ताकि वहां गौशाला का निर्माण कर अधिक से अधिक गोवंश को संरक्षित किये जाने का कार्य किया जा सके। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि गौशाला का आगे भी औचक निरीक्षण किया जाएगा और यदि अव्यवस्था पाई जाती हैं तो संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
 निरीक्षण के दौरान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी प्रक्षेत्र भरारी एवं तहसीलदार झांसी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।