महोबा/झांसी।17 अक्टूबर को महोबा स्टेशन पर पीएफ नंबर 1 के बांदा छोर पर ऑन ड्यूटी आरपीएफ कांस्टेबल सरफराज अली द्वारा दौराने गस्त लगभग 4:40 बजे लगभग 22 वर्ष युवती को प्लेटफार्म पर अचेत अवस्था में पड़े देखा। युवती के सिर से खून बह रहा था। उक्त कांस्टेबल द्वारा अविलंब उक्त घायल युवती को व्हील चेयर से पोस्ट पर लाएं व इलाज हेतु ले जाने के लिए एंबुलेंस को फोन किया, किंतु एंबुलेंस उपलब्ध ना होने पर उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए ऑटो रिक्शा के माध्यम से उक्त घायल युवती को जिला अस्पताल महोबा इलाज हेतु ले गए।

अस्पताल में डॉक्टर नितिन पुरवार द्वारा उक्त युवती का प्राथमिक इलाज कर उसे भर्ती कर लिया गया व लड़की को खतरे से बाहर बताया। लड़की के पास से उसका मोबाइल मिला जिसके माध्यम से उसके पिता मुरलीधर व मामा खेमचन्द को सूचित किया गया। लड़की ने होश में आने पर अपना नाम सूरज वती पुत्री मुरलीधर, उम्र 22 वर्ष, निवासी मरवारी, थाना महोबकंठ, जिला महोबा उत्तर प्रदेश बताया। लड़की के पास से कोई भी यात्रा टिकट नहीं मिला इसके अलावा अन्य कोई जानकारी लड़की नहीं बता सकी। उसके पास से दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल परीक्षा 13 अक्टूबर 22 का परीक्षा प्रवेश पत्र मिला। बाद समय लगभग 8:00 बजे लड़की के मामा खेमचंद ग्राम छिकहरा, थाना कोतवाली महोबा, जिला महोबा अस्पताल आये, जिन्हें लड़की का बैग व मोबाइल, पैसे एवं लड़की को उनसे बात कराकर अग्रिम इलाज हेतु ठीक ठीक सुपुर्द किए गया। घायल लड़की के परिजनों द्वारा संवेदनशीलता पर आरपीएफ को धन्यवाद दिया गया।