झांसी। जनपद के पारीछा निवासी पहलवान सिंह हर वर्ष यज्ञ का आयोजन कराते थे परंतु 2021 में यह क्रम टूट गया, यज्ञ का सपना मन में संजोये पहलवान सिंह इस नश्वर संसार को छोड़कर स्वर्ग सिधार गए उनके इस सपने को आगे बढ़ाने का जिम्मा उनके पुत्र महेंद्र रायकवार ने उठाया। पुत्र का सपना है इस वर्ष यह यज्ञ और अधिक भव्यता के साथ आयोजित किया जाये। महेन्द्र को जानकारी मिली कि संघर्ष सेवा समिति भी गौ संरक्षण पर कार्य कर रही है। दोनों का संपर्क हुआ और यज्ञ की तिथि निश्चित कर दी गई।

यह यज्ञ नर्मदा नंदिनी सेवा समिति जो गौ एवं प्रकृति संरक्षण पर कई वर्षों से कार्य कर रही है के पर्यवेक्षण में आयोजित किया जाएगा। श्री पंच दशनाम और मां अंजनी अखाड़े की मुखिया साध्वी श्यामा एवं डॉ० आशुतोष ब्रह्मचारी अपने दल के साथ यज्ञ को संपन्न कराएंगे। संघर्ष सेवा समिति के संस्थापक समाजसेवी डॉ० संदीप सरावगी ने कहा हमारे देश में गाय और तुलसी को माता कहा जाता है लेकिन इस अर्थ युग में लोग गाय को दो रोटी देने में भी पीछे हट जाते हैं। गौ माता को मात्र एक जानवर मानकर तिरस्कृत कर भगा देते हैं मेरी नजर में यह संपूर्ण सनातन संस्कृति का अपमान है। संघर्ष सेवा समिति पहले से ही गौ संरक्षण पर कार्य कर रही है अब नर्मदा नंदिनी सेवा समिति के साथ मिलकर हम वृहद स्तर पर गौ संरक्षण के लिए कार्य योजना तैयार कर रहे हैं जो संपूर्ण देश के लिए प्रेरणादायक सिद्ध होगी। वहीं डॉ० आशुतोष ने गाय के घी और दुग्ध के महत्व पर प्रकाश डाला, साध्वी श्यामा दीदी ने कहा इस ब्रह्मांड में प्रकृति सर्वोपरि है और प्रकृति संरक्षण का सबसे महत्वपूर्ण अवयव गाय है अगर हमें अपनी प्रकृति बचानी है तो गाय को भी बचाना होगा। इस दौरान संघर्ष सेवा समिति से महेंद्र रजक, विकास गुप्ता, राजू सेन, संदीप नामदेव, बसंत गुप्ता, राकेश अहिरवार, सुशांत गुप्ता आदि उपस्थित रहे।