जनपद के किसान एफपीओ के तहत प्लांट लगाने की कर रहे तैयारी,  

पराली जुटाने में अब तक जुड़े एक हजार से ज्यादा किसान

झांसी। पराली और फसल अवशेष के प्रबंधन के मकसद से झांसी की एक एफपीओ कंपनी बायो कोल प्लांट लगाने जा रही है। किसानों की कम्पनी को प्लांट की शुरुआत करने में सरकार मदद मुहैया करा रही है। उम्मीद है कि नवंबर के आखिर तक इस प्लांट की स्थापना हो जाएगी और दिसंबर या जनवरी से यह काम करना शुरू कर देगा। बायो कोल का औद्योगिक इकाइयों में उपयोग होता है और पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से भी इसे बेहतर माना जाता है।

अब तक एक हजार किसानों से जुटाई पराली

झांसी के टहरौली क्षेत्र में कई गांव के किसानों से पराली इकट्ठा करने का काम शुरू हो गया है। प्लांट लगने के बाद किसानों की आमदनी में भी इजाफा हो सकेगा। एफपीओ के तहत गठित सफल किसान प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड से अभी तक तीन सौ किसान जुड़े हुए हैं जो कई तरह के उत्पाद तैयार करते रहे हैं। अब यह कम्पनी पराली से बायो कोल तैयार करने का प्लांट लगाने जा रही है। कम्पनी ने आसपास के लगभग एक हजार किसानों से पराली एकत्र किया है और धीरे-धीरे दायरा बढ़ाने की तैयारी में हैं।

खजराहा गांव में लगाया जा रहा प्लांट

एफपीओ के डायरेक्टर अमित पांडेय बताते हैं कि बायो कोल को लेकर सरकार भी प्रोत्साहित कर रही है और मदद दे रही है। हमने खजराहा गांव में इस प्लांट को लगाने का काम शुरू किया है। बहुत सारे किसानों को इससे जोड़ा है। इससे एक ओर जहां पराली प्रबंधन में मदद मिलेगी तो दूसरी ओर किसानों को आमदनी का भी एक जरिया मिल सकेगा। हमने प्लांट शुरू करने के पहले अब तक आसपास के लगभग एक हजार किसानों से पराली एकत्र की है। प्लांट की शुरुआत होने के बाद आसपास के क्षेत्र में पराली की समस्या पर काफी हद तक नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी।