Jhansi जेल में हत्या में बंद कैदी ने दिया बेटी को जन्म, पति की हत्या में आठ माह से जेल में बंद ही महिला

झांसी। जिला कारागार में अपने पति की हत्या में बंद एक महिला ने शनिवार को बेटी को जन्म दिया है। जच्चा बच्चा को महिला जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जेल नियम के मुताबिक, नवजात बच्ची को भी मां के साथ सलाखों के पीछे फिलहाल चक्त काटना होगा लेकिन महिला ने खुद को भी बेकसूर बताते हुए कहा कि वह अपने बेटी को जेल में नहीं रहने देना चाहती। महिला की मांग है कि बेटी को जेल से बाहर भेजकर पालन-पोषण कराया जाए। अबोध बेटी को बिना जुर्म के सजा न दी जाए।

दरअसल, झांसी के पूंछ थाना क्षेत्र के ग्राम बावई निवासी बीएड में अध्ययनरत पुष्पेंद्र अहिरवार की शादी जालौन के ग्राम मरगाय निवासी रमाकांति से हुई थी। पुष्पेंद्र की शराब पीने की लत को रमाकांति बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। इसी बात को लेकर पति- पत्नी में अक्सर झगड़ा होता रहता था। 20 अप्रैल की रात पुष्पेंद्र शराब पीकर घर आया था। इसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया था। आवेश में आकर पत्नी ने कमरे की कुंडी अंदर से बंद करके पुष्पेंद्र पर लाठी से ताबड़तोड़ हमला कर दिया था जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।

इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया था। वहीं, पूंछ थाने की पुलिस ने 21 अप्रैल को रमाकांत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। तभी से वह जेल में निरूद्ध । बताया गया है कि रमाकांति की बड़ी बेटी चार वर्ष की है।  जेल में निरुद्ध रमाकांति बच्चे को जन्म नहीं देना चाहती थी, लेकिन जेल में महिलाओं ने समझाया तो वह तैयार हो गई। वह अवोध को जेल में नहीं रखना चाहती है।