अब बारिश में संकरे पुल से नहीं गुजरना पड़ेगा

ओरछा मप्र। बुंदेलखंड की अयोध्या कही जाने वाली ओरछा पर्यटन नगरी पहुंचने के लिए अब लोगों को संकरे पुल से नहीं गुजरना पड़ेगा। बिना किसी उद्घाटन/लोकार्पण के बेतवा-जामनी नदी पर बनाए गए पुल से जनता का आवागमन शुरू हो गया है। यह पुल चालू होने से बारिश के चार महीने बंद रहने वाले ओरछा मार्ग से 12 महीने आवागमन हो सकेगा।

गौरतलब है कि अभी तक वर्षा काल में बेतवा-जामनी नदी में उफान आ जाने से मध्य प्रदेश के पृथ्वीपुर और ओरछा के बीच पड़ने वाले सिंहपुरा, नैगुवां, अतर्रा, दर्रेठा, चंदपुरा, विशनपुरा, मौजन, खदरी के लोगों का आवागमन बंद हो जाता था। बेतवा और जामनी नदी के बीच बसा सिंहपुरा गांव टापू बन जाता था। बारिश के दौरान इस गांव के कई लोग टापू पर फंस जाते थे। बारिश के महीने में आवागमन बंद होते ही 30 किलोमीटर झांसी जाने के लिए 60 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता था।

यह पुल शुरू होने से ग्रामीणों के साथ-साथ इस मार्ग से आने- जाने वालों को फायदा होगा। अभी बेतवा-जामनी के संकरे पुलों पर आए दिन हादसे भी होते हैं। लेकिन नए पुल बनने से इन हादसों पर विराम लगेगा। यह पूरा काम नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा किया गया है।

बताया गया है कि अभी पुराना पुल 10 फीट चौड़ा होने से वाहनों की क्रॉसिंग नहीं हो पाती थी। अब जो नए ब्रिज का निर्माण किया वह 18 मीटर चौड़ा और 15 मीटर ऊंचा बनाया गया है। इससे किसी भी मौसम व समय में आसानी से आवागमन हो सकेगा। अर्थात पुल चालू होने के बाद बारिश के चार महीने बंद रहने वाले ओरछा मार्ग से 12 महीने आवागमन हो सकेगा। बेतवा – जामनी नदी पर दोनों ब्रिज के निर्माण में 52 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। 15 मार्च 2021 से पुल के निर्माण के लिए काम हुआ था शुरू। दोनों ब्रिज की 10 साल रहेगी निर्माण एजेंसी (ठेकेदार) की गारंटी।